मनुष्य सब प्राणियों में श्रेष्ठ है-ज्ञानानंद महाराज

जिला कारागार में आध्यात्मिक उपदेश का आयोजन
मेरठ। जिला कारागार, मेरठ में पूज्य स्वामी  ज्ञानानंद जी महाराज द्वारा धार्मिक एवं आध्यात्मिक उपदेश के कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें महाराज  ने कारागार में निरूद्ध महिला एवं पुरूष बंदियों को बताया कि केवल मनुष्य को ही सृष्टि के सब जीवों में से अपने भावों को व्यक्त करने, अपनी जिज्ञासाओं को ज्ञान के माध्यम से शान्त कर पाने जैसे विशेषाधिकार परमात्मा के द्वारा प्रदान किये गये हैं ।
जबकि अन्य प्राणियों को यह गुण प्राप्त नहीं है। इन्हीं कारणों से मनुष्य सब प्राणियों में श्रेष्ठ है और मनुष्य जन्म का उददेश्य अन्य प्राणियों के उददेश्य से भिन्न है । मनुष्य जन्म के महत्व को समझने के लिये भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा श्रीमदभगवदगीता में दिये गये उपदेश एवं ज्ञान का सतत मनन मनुष्य के लिये नितान्त आवश्यक है जो न केवल जीवन जीने की सही राह दिखाता है बल्कि मनुष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाकर सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देता है। बंदियों को महाराज के सदवचनों से अत्यन्त प्रेरणा प्राप्त हुई तथा लगभग 1500 पुरूष एवं महिला बन्दियों ने इस कार्यक्रम में शामिल होकर धार्मिक एवं आध्यात्मिक लाभ उठाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री संजय दीवान, दीवान ग्रुप आफ स्कूल के चेयरमैन के साथ शहर के कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन बजरंगदल के श्री बलराज डूंगर के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के अन्त में जिला कारागार, मेरठ के जेल अधीक्षक  राकेश कुमार ने कहा कि कारागार के प्रांगण में पूज्य स्वामी जी के आगमन एवं उपदेश के व्याख्यान से कारागार का कण-कण धन्य हो गया है। इस कार्यक्रम में जेल के अधिकारीगण  राकेश वर्मा, जेलर,  मनीष कुमार, जेलर एवं उपजेलर  विक्रम सिंह यादव,  अरविन्द कुमार एवं  पूजा मिश्रा सहित कारागार के सुरक्षाकर्मी व कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे।

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