एचआईवी के साथ टीबी मरीजों की क्रास मॉनिटरिंग करें एनजीओ :डीटीओ
टीबी को समाप्त करने के लिये दिलाई गई शपथ
मेरठ, 21 जनवरी 2023।जिला क्षय रोग अधिकारी डा. गुलशन राय ने कहा-जो गैर सरकारी संगठन (एनजीओ)ह्युमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) पर कार्य कर रहे हैं, वह टीबी मरीजों की क्रॉस मॉनिटरिंग कर उनकी (टीबी मरीजों) तलाश करें और उसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दें। डा. राय शनिवार को क्षय रोग विभाग में आयोजित एनजीओ के पदाधिकारी की कोऑर्डिनेशन बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने एनजीओ के पदाधिकारियों से कहा- सभी को मिलकर चलना होगा, तभी हम वर्ष 2025 तक देश को टीबी से मुक्त करा पाएंगे। बता दें कि तीन एनजीओ-ग्रेविस, बाल निकुंज, अहाना एचआईवी मरीजों (टारगेटेड इंटरवेंशन)पर कार्य कर रहे हैं। इन 2025 तक देश से टीबी को समाप्त करने के लिए जो एनजीओ एचआईवी पर कार्य कर रहे है। ऐसे एनजीओ को टीबी मरीजों की क्रॉस मॉनिटरिंग कर टीबी मरीजों को तलाश कर विभाग को जानकारी दे। उक्त बातें जिला क्षय रोग अधिकारी डा गुलशन राय ने एचआईवी मरीजों पर कार्य करने के साथ टीबी मरीजों की मॉनिटरिंग भी करें।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा गुलशन राय की अध्यक्षता में जो एनजीओ एचआईवी पर कार्य कर रहे हैं तीन एनजीओ टारगेटेड इंटरवेंशन पर कार्य कर रहे हैं उन सभी एनजीओ के पदाधिकारियोंरी, कर्मचारियों वाह आईसीटीसी काउंसलर की कोआर्डिनेशन कोऑर्डिनेशन बैठक की गई। बैठक में ग्रेविस, बाल निकुंज, अहाना प्रोजेक्ट शामिल रहे। बैठक में डीटीओ डा. गुलशन राय ने कहा कि -विभाग वर्ष 2025 तक देश से टीबी को मुक्त करने के लिये विभाग तो अपने स्तर से प्रयास कर ही रहा है। विभाग के साथ सहयोग कर रहे एनजीओ की भी भूमिका अहम है। सभी को मिलकर साथ चलना होगा । तभी हम 2025 तक टीबी से मुक्त हो पाएगें।
ं जिला पीपीएम कोऑर्डिनेटर शबाना बेगम द्वारा टीबी के प्रति जागरूकता करने हेतु लाने के लिए सभी प्रतिभागियों से अपील की गई और टीबी की पूर्ण जानकारी दी। गई और उनको उन्हें यह भी बताया गया कि यदि कोई एचआईवी पॉजिटिव मरीज ऐसा आता है जिसका प्राइवेट सेक्टर से टीबी का इलाज चल रहा है तो उस मरीज की सूचना विभाग तक भेजें, जिससे कि क्रॉस मॉनिटरिंग की जा सके कि वह मरीज पोर्टल पर अपडेट हुआ है या नहीं। “टीबी हारेगा- देश जीतेगा”टीबी को समाप्त करने के लिये दिलाई गई शपथ।
उनको बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीबी मुक्त भारत लक्ष्य 2025 रखा है । हम सबको मिलकर अपने देश को टीबी मुक्त कराना है जिसके लिए सभी ने शपथ ग्रहण की।टीबी हारेगा देश जीतेगा । जिला समन्वयक नेहा सक्सेना ने बताया गत वर्ष टीबी विभाग ने टीबी के 12870 मरीज मिले थे, जिसमें से 9195 सरकारी व 3675 प्राइवेट शामिल निजी स्तर पर चिन्हित हुए थे।ळो। उन्होंने बताया टीबी मरीजों को सक्सेस रेट 88 प्रतिशत रहा है। यानी यानी 100 मरीजों से 88 मरीज ठीक हुए । इस साल 20 जनवरी तक 297 टीबी के 297 मरीज मिल चुके हैं, सभी का स्वास्थ्य विभाग की ओर उपचार चल रहा है। जिसमें 38 प्राइवेट है जबकि 259 सरकारी है। सभी का विभाग की ओर से निशुल्क उपचार आरंभ हो गया है।
उनको बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीबी मुक्त भारत लक्ष्य 2025 रखा है । हम सबको मिलकर अपने देश को टीबी मुक्त कराना है जिसके लिए सभी ने शपथ ग्रहण की।टीबी हारेगा देश जीतेगा । जिला समन्वयक नेहा सक्सेना ने बताया गत वर्ष टीबी विभाग ने टीबी के 12870 मरीज मिले थे, जिसमें से 9195 सरकारी व 3675 प्राइवेट शामिल निजी स्तर पर चिन्हित हुए थे।ळो। उन्होंने बताया टीबी मरीजों को सक्सेस रेट 88 प्रतिशत रहा है। यानी यानी 100 मरीजों से 88 मरीज ठीक हुए । इस साल 20 जनवरी तक 297 टीबी के 297 मरीज मिल चुके हैं, सभी का स्वास्थ्य विभाग की ओर उपचार चल रहा है। जिसमें 38 प्राइवेट है जबकि 259 सरकारी है। सभी का विभाग की ओर से निशुल्क उपचार आरंभ हो गया है।
इस मौके पर जिला समन्वयक नेहा सक्सेना, पीपीएम शबाना बेगम, अजय सक्सेना, ग्रेविबिस प्रोजेक्ट के डायरेक्टर बिज्रेश ब्रिजेश,बाल निकुंज से प्रोजेक्ट मैनेजर अमित, अहाना प्रोजेक्ट से प्रोजेक्ट मैनेजर संदीप आदि मौजूद रहे।
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