प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर हुई गर्भवती के स्वास्थ्य की जांच
गर्भवती के स्वास्थ्य की जांच कर शिशु की देखभाल के सिखाएं गुर
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर के आंकड़ों में कमी लाने की दिशा में प्रयास जारीः सीएमओ
शामली, 9 दिसंबर 2022। जनपद के स्वास्थ्य केंद्रों पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें उच्च जोखिम वाली गर्भवती को चिन्हित कर उनका इलाज करने के साथ पोषण युक्त आहार की जानकारी प्रदान की गई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय अग्रवाल ने बताया प्रत्येक माह जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का आयोजन किया जाता है, जिसमें गर्भवती के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें गर्भ में पल रहे शिशु और स्वयं की देखभाल के गुर बताते हुए पोषण के बारे में जानकारी दी जाती है। स्वास्थ्य केन्द्रों पर शुक्रवार को आई सभी गर्भवती की जांच की गई और उच्च जोखिम वाली गर्भवती को चिन्हिंत किया गया। उन्होंने कहा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर के आंकड़ों में कमी लाने की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है। सुरक्षित प्रसव के लिए गर्भवती डॉक्टरों की सलाह पर जांच और इलाज करवाएं। स्वास्थ्य केंद्रों पर यह सुविधा उपलब्ध है।
आरसीएच के नोडल अधिकारी डॉ. अश्वनी शर्मा ने बताया गर्भवती की प्रसव पूर्व हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरिन जांच, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफ़लिस, वजन, ब्लड प्रेशर एवं अन्य जांच की गई। इसके साथ ही टिटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका, आयरन, कैल्शियम एवं आवश्यक दवाएं दी। एचआरपी (उच्च जोखिम गर्भावस्था) के तहत महिलाओं की पहचान कर उन्हें सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित किया गया। पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के चयन के लिए सलाह भी दी गई। उन्होंने कहा नियमित जांच से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की संभावना कम होती है। गर्भवती महिलाएं, खासकर आर्थिक तौर पर कमजोर तबकों की महिलाएं आम तौर पर कुपोषित होती हैं उन्हें गर्भधारण के दौरान महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी नहीं मिलते। इसका नतीजा अक्सर यह होता है कि बच्चे किसी न किसी विकार के साथ पैदा होते हैं। साथ ही कुपोषण से पीड़ित होते हैं। इन सभी परेशानियों से बचने के लिए गर्भवती की जांच जरूरी है।
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