परिवार नियोजन के साधन अपनाना सिर्फ महिलाओं की जिम्मेदारी नहीं, पुरुष भी आगे आएं : सीएमओ
पुरुष नसबंदी पखवाड़े में 09 पुरुषों ने दिखाई समझदारी
पुरुष नसबंदी में ब्लॉक खतौली प्रथम, बीसीपीएम कविता का रहा अहम योगदान
मुजफ्फरनगर, 10 दिसंबर 2022। पुरुषों की भागदारी एक परिवार, समाज और राष्ट्र के समग्र विकास के लिए पुरुषों की भागदारी महत्वपूर्ण कड़ी है। जिसको आगे बढ़ाते हुए जिले में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता एवं स्वीकार्यता बढ़ाने के उद्देश्य से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा चलाया गया, जिसमें 140 महिलाओं और 09 पुरुषों और 140 महिलाओं ने स्वेच्छा से नसबंदी अपनाई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि परिवार नियोजन के साधन अपनाना सिर्फ महिलाओं की जिम्मेदारी नहीं, पुरुष भी अपनी जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि - पुरुष नसबंदी से शारीरिक कमजोरी आती है, यह गलत धारणा है। इसको मन से निकालकर यह जानना बहुत जरूरी है कि महिला नसबंदी की अपेक्षा पुरुष नसबंदी अत्यधिक सरल और सुरक्षित है। इसलिए दो बच्चों के जन्म में पर्याप्त अंतर रखने के लिए और जब तक बच्चा न चाहें तब तक पुरुष अस्थायी साधन कंडोम को अपना सकते हैं। वहीं परिवार पूरा होने पर परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी को भी अपनाकर अपनी अहम जिम्मेदारी निभा सकते हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल डॉ दिव्या वर्मा ने बताया -कि पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के अंतर्गत 10 दिसंबर तक 09 पुरुषों व 140 महिलाओं ने स्वेच्छा से नसबंदी कराई को अपनाया है। इसमें पहले स्थान पर खतौली ब्लॉक है। जहां तीन पुरुषों की नसबंदी हुई है। बाकी छह पुरुष नसबंदी जिले के अलग अलग इलाके में हुई। इस पखवाड़े में पुरुषों को नसबंदी के प्रति जागरूक करने और नसबंदी करवाने में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीश कुमार, सर्जन डॉ. देवेंद्र, ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) कविता और ब्लॉक प्रोग्राम मैनजर (बीपीएम) जावेद ने अहम भूमिका निभाई है।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीश कुमार ने बताया कि - पुरुष नसबंदी पखवाड़ा में अधिक से अधिक पुरुषों को नसबंदी कराने व प्रचार-प्रसार में सर्जन डॉ. देवंद्र, बीसीपीएम कविता और बीपीएम जावेद ने काफी सक्रिय भूमिका निभाई हैं। हमारा प्रयास है कि परिवार पूरा कर चुके ज्यादा से ज्यादा दंपत्ति को परिवार नियोजन की स्थायी सेवा दे सकें।
परिवार नियोजन के विशेषज्ञ खालिद हुसैन ने बताया कि - परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के लिए ज़रूरी है कि पति-पत्नी आपस में बात करें और नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र में पर जाएं। वहां डॉक्टर से मिलकर परिवार नियोजन के विभिन्न उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।



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