शिशु के लिए छह माह तक सिर्फ मां का दूध ही संपूर्ण आहार

- आशा कार्यकर्ताओं को शिशु देखभाल के प्रति किया जागरूक 

- नवजात के जन्म से लेकर आहार तक का ख्याल रखती हैं आशा कार्यकर्ता

बुलंदशहर, 16 नवंबर 2022 । जनपद के चौढेरा स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र पर मंगलवार को एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं की मासिक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में चिकित्सक व एएनएम द्वारा आशा कार्यकर्ताओं को नवजात शिशु की देखभाल संबंधित जानकारी दी गई। शिशु के जन्म लेने से 15 माह तक उत्तम आहार के बारे में लाभार्थियों को जागरूक करने की अपील आशा कार्यकर्ता से की।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह ने बताया प्रसव के बाद सर्वप्रथम शिशु का वजन किया जाना चाहिए। यदि शिशु का वजन सामान्य से कम है तो उसे तुरंत जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्थित मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट (एमएनसीयू) में शिफ्ट कर देना चाहिए। एमएनसीयू वार्ड में नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए विशेष सुविधा है। यहां कंगारू मदर केयर से शिशु के शरीर के तापमान को मां के शरीर की गर्मी से संतुलित किया जाता है। वहीं नवजात शिशु को पोषक तत्व युक्त माँ का दूध पिलाना चाहिए। ताकि  मानसिक विकास के साथ-साथ शिशु का शारीरिक विकास हो सके।

पहासू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. मनोज कुमार ने आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए नवजात शिशु की देखभाल अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को शिशु की देखभाल करने की सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया आशा कार्यकर्ता मां सहित परिजनों को यह बतायें कि नवजात शिशु के लिए छह महीने तक सिर्फ मां का दूध ही संपूर्ण आहार है। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं से कहा कि वह गर्भवती और उनके परिजनों को समझायें कि प्रसव सरकारी अस्पताल में ही करायें, ताकि प्रसव के दौरान किसी तरह की कोई समस्या न हो। इस मौके पर अनिल कुमार, अब्दुल खां, लाखन सिंह, सपना, मंजू देवी, सरोज देवी, सुनीता देवी, ममता देवी सहित दर्जनों आशा कार्यकर्ता व एएनएम मौजूद रहीं।

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