मनुष्यता की ओर ले जाता है अध्यात्मः संघ प्रमुख
शंकराचार्य आश्रम के आराधना महोत्सव का किया शुभारंभप्रयागराज।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को आराधना महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए प्रयागराज पहुंचे। अलोपीबाग में स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के आश्रम में आयोजित आराधना महोत्सव का संघ प्रमुख ने शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम ज्योतिष्पीठ के ब्रह्मलीन शंकराचार्य ब्रह्मानंद सरस्वती के 150 वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है।
इस मौके पर मोहन भागवत ने कहा कि अध्यात्म हमें मनुष्यता की ओर ले जाता है। जीवन में अध्यात्म का बहुत ज्यादा महत्व है। आध्यात्मिक उन्नति से ही मानव का विकास हो सकता है। आध्यात्म सबको साथ लेकर चलने की शक्ति प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि आध्यात्म के बिना धर्म का कोई अस्तित्व नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत दरभंगा से प्रयागराज के लिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में सवार हुए। सुबह 7.15 बजे वह प्रयागराज जंक्शन पहुंचे। वहां से वह सीधे सिविल लाइंस स्थित आनंदा कार्यालय पहुंचे। वहां विश्राम के बाद वह अलोपीबाग आश्रम में मौजूद कार्यक्रम में शिरकत किया।
इस दौरान ज्योतिष्पीठ विवाद पर स्वामी वासुदेवानंद से उनकी वार्ता होगी। दरअसल, अलोपीबाग स्थित शंकराचार्य आश्रम में राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने ज्योतिष्पीठाधीश्वर के रूप में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के पट्टाभिषेक को गलत बताया है। कहा कि वह शंकराचार्य न हैं, न कभी हो सकते हैं। उन्हें संन्यास धारण करने का भी अधिकार नहीं है।
रात में 1.50 बजे प्रयागराज छिवकी से संघ प्रमुख संघ मित्रा एक्सप्रेस से चंद्रपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। बता दें कि संघ प्रमुख पिछले माह भी प्रयागराज आए थे। तब उन्होंने गोहनियां स्थित वात्सल्य परिसर में 12 से 21 अक्टूबर तक प्रवास किया था। इस दौरान 16 से 19 अक्टूबर तक आयोजित संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में भी उन्होंने शिरकत की थी।
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