अगले वर्ष को सरकार मनायेंगी अन्तर्राष्ट्रीय मिलेटस वर्ष के रूप में-कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही


 कृषि मंत्री,  कृषि उत्पादन आयुक्त, अपर मुख्य सचिव कृषि द्वारा किया गया प्रदर्शनी का अवलोकन

नेताजी सुभाष चन्द्र बोस प्रेक्षागृह में हुआ मेरठ, मुरादाबाद, बरेली व सहारनपुर मण्डल की मंडल स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन

मेरठ । CCSU के नेताजी सुभाषचन्द्र बोस प्रेक्षागृह में मेरठ, मुरादाबाद, बरेली व सहारनपुर मण्डल की मंडल स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन कृषि उत्पादन आयुक्त उ0प्र0 शासन श्री मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में किया गया। गोष्ठी में मुख्य अतिथि मा0 कृषि मंत्री उ0प्र0 सरकार श्री सूर्य प्रताप शाही जी रहे। मण्डलीय गोष्टी में आत्मा योजना के सौजन्य से मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया प्रदर्शनी में कृषि पशुपालन, मत्स्य, गन्ना, डेयरी उद्योग, कृषि रसायन उत्पादन कृभको, दयाल फर्टिलाइजर, कृषक उत्पादक संगठन द्वारा स्टॉल भी लगाए गए। मा0 कृषि उत्पादन आयुक्त, अपर मुख्य सचिव कृषि व  कृषि मंत्री जी द्वारा प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। इन सीटू योजना अंतर्गत फार्म मशीनरी बैंक लाभार्थी एफपीओ नीर आदर्श कुशावली व बहसूमा फार्मर प्रोड्यूसर को ट्रैक्टर की चाबी  मंत्री  द्वारा दी गई।



कृषि मंत्री उ.प्र. सरकार श्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा अपने सम्बोधन में अवगत कराया गया कि गेहूॅ का लगभग 32 प्रतिशत उत्पादन उ.प्र.में होता है यह कृषको के कठिन परिश्रम का परिणाम है। सरकार द्वारा गत 5 वर्षो में 1.70 करोड़ रु0 का गन्ना भुगतान कराया गया है। आगामी 23 दिसम्बर की चै0 चरण सिंह जी के जन्मदिवस को किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाए जाने की जानकारी दी गई। अगले वर्ष सरकार द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय मिलेटस वर्ष के रूप में मनाए जाने के विषय में अवगत कराया गया। सोलर पंपों के लक्ष्य बढ़ाने का आश्वासन भी दिया गया।


कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह द्वारा दलहन व तिलहन की खेती को बढ़ावा देने, सहारनपुर जनपद में शहद निर्यात बढाने का आश्वासन दिया गया। पोपूलर व यूकेलिप्टस के उद्योग के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुमति प्रदान किए जाने के विषय मे अवगत कराया गया। सहकारी समितियो पर पोटाश की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का आश्वासन भी दिया गया।

अपर मुख्य सचिव कृषि डा. देवेश चतुर्वेदी द्वारा कृषकों द्वारा उठाई गई मुख्य समस्याओं के समाधान किए जाने का आश्वासन दिया गया। सोलर पम्प व कृषि यंत्रों पर दिये जा रहे अनुदान के लिए सत्यापन प्रक्रिया शीघ्र किए जाने के निर्देश दिए गये। प्रमुख सचिव खाद्य व रसद  बीना कुमारी द्वारा गन्ने की घटतौली की समस्या का समाधान किए जाने का आश्वासन दिया गया।

डा. अजयवीर सिंह, प्रधान वैज्ञानिक, डा. अनिल कुमार, डा. विकास मलिक, डा. पी.सी. घासल द्वारा तकनीकी सत्र में जैविक/प्राकृतिक खेती, गन्ने की खेती, पशुओं की लम्पी बीमारी, रबी की फसलों मे उत्पादकता वृद्धि के तकनीकी बिंदुओं की चर्चा उपस्थित कृषकों से की गई। यू-ट्यूब के माध्यम से कार्यक्रम का प्रसारण भी किया गया। मण्डलायुक्त  द्वारा मेरठ में रबी की तैयारी व मंडल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया।

सभी मण्डल के जनपद से उपस्थित कृषको द्वारा बारी-बारी से अपने जनपद की मुख्य समस्याओं के विषय में अवगत कराया गया। गन्ने के भुगतान में विलम्ब, आवारा पशुओं से फसलों के नुकसान, नहरों में सिंचाई के पानी की उपलब्धता न होने, कृषकों के नलकूपों पर मीटर लगाए जाने आदि समस्या प्रमुख रही।

जिलाधिकारी मेरठ दीपक मीणा द्वारा सभी अधिकारियों व कृषको का गोष्ठी में प्रतिमाग करने हेतु धन्यवाद दिया गया। गोष्ठी का संचालन संयुक्त कृषि निदेशक मेरठ मण्डल मेरठ डा0 अमरनाथ मिश्रा द्वारा किया गया। गोष्ठी में मंडलायुक्त मेरठ सेल्वा कुमारी जे0, मेरठ मण्डल के सभी जिलाधिकारी, चारों मंडलों के मुख्य विकास अधिकारी, कृषि एवं सम्बद्ध विभागों के मॉडल व जनपदीय अधिकारी व कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। अन्य मण्डल सहारनपुर, मुरादाबाद, व बरेली के सभी मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी भी एनआईसी के वर्चुअल माध्यम से गोष्ठी में उपस्थित रहे।

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