12 सूत्रीय मांगों को लेकर विद्युत कर्मी एक दिवसीय हड़ताल पर रहे

 मांगे पूरी न होने पर 29 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल
 मेरठ। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में गुरुवार को पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. के कर्मचारी १२ सूत्रीय मांगों को लेकर ऊर्जा भवन में एक दिवसीय हड़ताल पर है। धरने पर बैठे कर्मचारियों ने चेतावनी दी गयी अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो आगामी 29 नवम्बर से कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।


 धरने पर बैठे  इं. राम आशीष कुशवाहा ने बताया कि शीर्ष प्रबंधन की गलत नीतियों और गलत नीतियों के कारण विभाग १ लाख करोड़ से भी अधिक घाटे में आ रहा है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लि. की सभी कंपनियां गलत नीतियों और गलत प्रबंधन के कारण ए ग्रेड से सी और डी ग्रेड में आ गयी है। जिसका सारा ठीकरा अधिकारियों  और कर्मचारियों के माथे फोड़ा जा रहा है  ओर एक सोची समझी नीति के तहत बदनाम किया जा रहा है। जबकि नीतियों को बनाने का काम कर्मचारियों और अधिकारियों का नहीं है। यह कार्य शीर्ष प्रबंधन का होता है। आये दिन अनाप शनाप आदेश करना जिसका धरातल पर कोई लेना देना नहीं होता, प्रत्येक बिजली घर से ५ करोड राजस्व वसूला जाना लक्ष्य देना चाहे बिजली घर पर इतना राजस्व हो या नहीं, ऐसे लक्ष्य को जिनका पूरा करना संभव नहीं है। उस पर कर्मचारियों को बर्खास्त ,निलंबित कर उत्पीड़न करना आदिहै। उन्होंने बताया उनकी १२ सूत्रीय मांगे लंबे समय चल रही है। जिनका अभी तक पूरा नहीं किया गया है। अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आगामी २९ नवम्बर से वह अनिश्चित कालीन हडताल पर चले जाएंगे। धरना देने वालों में इं सीपी सिंह, कृष्णा सरस्वत, आशुतोष शर्मा , मुकेश यादव, मुकेश पाल, विनोद कुमार, प्रदीप डोगरा आदि मौजूदरहे।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts