सामूहिक दुष्कर्म का मामला

 अंडमान के पूर्व मुख्य सचिव एसआईटी के समक्ष हुए पेश
पोर्ट ब्लेयर (एजेंसी)।
सामूहिक दुष्कर्म के मामले में घिरे अंडमान निकोबार के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण आज विशेष जांच दल के समक्ष पेश हुए। प्रदर्शनकारियों से बचाने के लिए उन्हें पोर्ट ब्लेयर स्थित पुलिस लाइंस में पिछले दरवाजे से ले जाया गया।
प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए हुए थे। उन पर लिखा था, 'महिला के साथ घृणित कृत्य किया गया, हमें उसके लिए न्याय चाहिए'। 'जितेंद्र नारायण रेपिस्ट है'। नारायण से पूछताछ के लिए वरिष्ठ अधिकारी कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर गुरुवार को पोर्ट ब्लेयर पहुंच गए थे।
बता दें, एसआईटी 21 वर्षीय एक युवती के आरोप की जांच कर रही है। उसका आरोप है कि 14 अप्रैल और 1 मई को नारायण और अन्य लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस युवती ने 1 अक्टूबर को पोर्ट ब्लेयर के एबरडीन पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। युवती ने आरोप लगाया कि उसे सरकारी नौकरी का झांसा देकर मुख्य सचिव के घर ले जाया गया और फिर वहां शीर्ष अधिकारियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
युवती ने आरोप लगाया कि उसे मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण के आवास पर ले गया जहां उसे शराब की पेशकश की गई लेकिन उसने मना कर दिया और फिर उसे सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया गया। महिला ने आरोप लगाया कि दो पुरुषों द्वारा उसके साथ क्रूरता और यौन शोषण किया गया। महिला ने कहा कि दो हफ्ते तक उसका यौन शोषण होता रहा और नौकरी के बजाय उसे धमकी दी गई कि वह किसी को भी इस बारे में नहीं बताएगी।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts