अध्यापक को वक्त का पाबंद होना चाहिए-डाॅ॰ विद्यासागर सिंह 



 विद्यार्थियों द्वारा शिक्षकों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन

 मेरठ ।  हिंदी विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय,में आज 05 सितम्बर 2 को शिक्षक दिवस के अवसर पर विभाग के विद्यार्थियों द्वारा शिक्षकों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो॰ नवीन चन्द्र लोहनी ने कहा कि विद्यार्थियों को समय का महत्व समझना चाहिए। एकेडमिक के साथ-साथ हमें अनुशासन का भी पालन करना चाहिए तभी हम सफलता की ऊंचाईयों को छू सकते है। 

       डाॅ॰ विद्यासागर सिंह ने कहा कि अध्यापक को वक्त का पाबंद होना चाहिए। जब अध्यापक अनुशासन मे रहेगा तभी वह विद्यार्थियों को अनुशासन सिखा सकता हैं। डाॅ॰ यज्ञेश कुमार ने कहा कि शिक्षक दिवस हमें अवसर देता है कि हम समाज मे से विवेक पूर्ण शुभ ग्रहण करें और अशुभ का त्याग करें। डाॅ॰ प्रवीण कटारिया ने कहा कि शिक्षक और विद्यार्थी के एक दूसरे के पूरक है। छात्र अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि वह दो पदों का सृजन करता है एक अध्यापक और दूसरा छात्र का। डाॅ॰ अंजु ने कहा कि अध्यापक वह व्यक्तित्व होता है जो अपने छात्र की सफलता से प्रसन्न होता हैं। शिक्षक का कार्य छात्र को शिक्षा देने के साथ साथ उनके व्यक्तित्व का भी निर्माण करना होता है। डाॅ॰ आरती राणा ने कहा कि शिक्षक छात्र के संस्कारों को मजबूत बनाता है और जीवन पथ में आने वाली रूकावटों के प्रति छात्रों के मजबूत व्यक्तित्व का विकास करता हैं। छात्र निकुंज कुमार ने डाॅ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन पर प्रकाश डाला इस अवसर पर विभाग के विद्यार्थियों में पूजा यादव, प्रियांश, शिवम, शिवानी पांचाल, शिवानी, राधा, प्रियंका कुशवाह, प्रिंसी, शौर्य उपस्थित रहें।

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