भारतीय संस्कृति का बेमिसाल संगम है सुभारती विश्वविद्यालय-  पदम सिंह

सुभारती विश्वविद्यालय में हुआ शिक्षक दिवस का भव्य आयोजन


मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के मांगल्य प्रेक्षागृह में शिक्षक दिवस का कार्यक्रम भव्य रूप से आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख प. उत्तर प्रदेश  पदम सिंह ने शिक्षक की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए सभी का ज्ञान वर्धन किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री पदम सिंह, कुलाधिपति श्रीमति स्तुति नारायण कक्कड़, कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के.थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. शल्या राज, रासबिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय देहरादून के महानिदेशक श्री पुष्पक ज्योति, प्रतिकुलपति डा. अभय शंकरगौड़ा, कार्यक्रम प्रभारी डा. पिन्टू मिश्रा,  सह प्रभारी डा. वैभव गोयल भारतीय, डा. संदीप कुमार ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

सुभारती परिवार की ओर से अतिथियों को पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। फाइन आर्ट कॉलिज के विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वंदना एवं सुभारती गान प्रस्तुत किया गया।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज ने समारोह में आए सभी अतिथियों एवं शिक्षकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस का दिन अध्यापकों का दिन है। शिक्षक समाज को नई दिशा देकर सत्य के मार्ग पर ले जाते है, साथ ही समाज का प्रतिनिधित्व करते है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के आदर्शो को अपना कर हमें जीवन में हमेशा एक विद्यार्थी के रूप में सीखते रहना चाहिए।

मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख प. उत्तर प्रदेश  पदम सिंह ने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने सभी गुरूओं को नमन करते हुए शिक्षक दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सबसे पहला शिक्षक मनुष्य के जीवन में माता होती है दूसरा शिक्षक पिता के रूप में होता है, जो जीवन में संघर्ष करना सिखाता है तथा तीसरा शिक्षक हर वो व्यक्ति होता हो जो मनुष्य का ज्ञान वर्धन करके उसे नई दिशा देता है। उन्होंने सभी छात्र छात्राओं को सफलता प्राप्त करने के लिये अपने गुरूओं के बताए मार्ग पर चलने का निवेदन किया। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय परिसर की प्रशंसा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में प्रवेश करते ही भारतीय संस्कृति एवं परम्परा की झलक देखने को मिलती है, यह बहुत सराहनीय है।

सुभारती विश्वविद्यालय की कुलाधिपति  स्तुति नारायण कक्कड ने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कारों को अपनाना जीवन में सफलता का सूत्र बनता है व जिस तरह सुभारती विश्वविद्यालय सेवा भाव व संस्कारों के साथ अपने छात्र छात्राओं का ज्ञान वर्धन कर रहा है, वह गुरुकुल परम्परा का जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि ज्ञान हर व्यक्ति का शिक्षक होता है जो विभिन्न परिस्थिति में अपने कर्तव्यों को निभाना और संस्कारों पर बने रहने की सीख देता है, इसलिये संपूर्ण जीवन मानव को सीखते रहना चाहिए।

कुलपति मेजर जनरल डा.जी.के.थपलियाल़ ने कहा कि शिक्षक हमारे जीवन में मार्ग दर्शक के रूप में जीवन की सच्चाई से रूबरू कराता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक ज्ञान का सूर्य होता है, जो समाज को अपने प्रकाश से उज्जवल कर देता है, इसलिये सदैव गुरुजनों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने सभी छात्र छात्राओं से गुरू के बताएं मार्ग पर चलकर अनुशासन के साथ अपना लक्ष्य बनाकर उसे प्राप्त करने के लिये संघर्ष करने की अपील की।

कार्यक्रम में नई शिक्षा नीति 2020 पर पैनल चर्चा का भी आयोजन हुआ। जिसमें विशेषज्ञ के रूप में प्रतिकुलपति डा.अभय शंकरगौड़ा, लॉ कॉलिज के डीन डा. वैभव गोयल भारतीय, शिक्षा संकाय के डीन डा.संदीप कुमार, साइंस कॉलिज के डीन डा. महावीर सिंह, मैनेजमेंट कॉलिज के डीन डा. आर.के.घई, शिक्षा विभागाध्यक्ष डा. अनोज राज ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर विस्तृत चर्चा की।


उत्कृष्ट कार्य करने पर इस शिक्षको को मिला सम्मान

डा. सत्यम खरे, डा. पिन्टू मिश्रा, डा. विनीता निखिल, डा. विक्रांत वर्मा, डा. संदीप कुमार, डा. वैभव गोयल भारतीय, डा. प्रीति शर्मा, डा. अभय शंकरगौड़ा, डा.प्रदीप राघव, डा. अनीता पांडे, डा. सरताज अहमद, डा. कमल स्वर्ण, डा. किरण सिंह, डा. पवन पाराशर, डा. भावना पंत, डा. संजय पांडे, डा. सी. मुनीश रेड्डी, डा. शिल्पी जैन, डा. संगीता शर्मा आदि को मुख्य अतिथि श्री पदम सिंह, कुलाधिपति श्रीमति स्तुति नारायण कक्कड, कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के.थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. शल्या राज ने सम्मानित किया।धन्यवाद ज्ञापन प्रतिकुलपति डा. अभय शंकरगौड़ा ने दिया। वंदे मातरम गायन से कार्यक्रम का समापन हुआ।मंच का संचालन डा.सीमा शर्मा एवं डा. मनीषा लूथरा ने किया।

इनकी रही विशिष्ट उपस्थिति.....

कुलाधिपति श्रीमति स्तुति नाराण कक्कड़, कुलपति मेजर जनरल डा. जी.के.थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.शल्या राज, प्रतिकुपति डा.अभय शंकरगौड़ा, कुलसचिव डी.के सक्सैना, सैयद जफर हुसैन, रासबिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय देहरादून के महानिदेशक श्री पुष्पक ज्योति, कार्यक्रम प्रभारी डा. पिन्टू मिश्रा एवं सह प्रभारी डा. वैभव गोयल भारतीय व डा. संदीप कुमार, डा. निखिल श्रीवास्तव, डा. प्रदीप राघव, डा. मनोज त्रिपाठी, डा.भावना ग्रोवर, असिस्टेंट डायरेक्टर पीपीडी ई.आकाश भटनागर, डा. मनोज कपिल, डा. आर.के घई, डा. महावीर सिंह, डा. सोकिन्द्र कुमार,डा.शशिराज तेवतिया सहित सुभारती परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे एवं समारोह आयोजन समिति के तमाम सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।

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