मातृ वंदना सप्ताह : गांव में लगाए जा रहे शिविर, लाभार्थियों के भरवाए गये फार्म 

सात सितम्बर तक चलेगा सप्ताह, अबतक पांच सौ पंजीकरण हुए

मुजफ्फरनगर, 5 सितंबर 2022। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के अंतर्गत जनपद के समस्त ब्लॉक में मातृ वंदना सप्ताह के तहत शिविर लगाकर जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में शहाबुद्दीनपुर गांव में भी शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन पूर्व प्रधान सुधीर कुमार द्वारा किया गया। इस दौरान पूर्व प्रधान सुधीर कुमार, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. रंजीत सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक रुची श्रीवास्तव, खालिद हुसैन, पूर्व जिला निरीक्षक सुमित्रा देवी, आशा व ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहीं।

नोडल अधिकारी डॉ. राजीव निगम ने बताया - योजना को गति प्रदान करने और जागरूक करने के लिए समस्त पात्र गर्भवती एवं धात्री माताओं को लाभ पहुंचाने के लिए जनपद स्तर की पीएमएमवीवाई की टीम द्वारा शहाबुद्दीनपुर गांव और जनपद के अलग-अलग ब्लॉक में शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें जन सामान्य तक योजना का प्रचार-प्रसार एवं स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता के लिए जानकारी साझा की गई। मातृ वंदना सप्ताह सात सितम्बर तक मनाया जायेगा।

कार्यक्रम की जिला समन्वयक रुची श्रीवास्तव ने बताया- समस्त ब्लॉक के साथ सोमवार को शहाबुद्दीनपुर गांव में भी शिविर लगाया गया, जहां पर एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं द्वारा पात्र लाभार्थियों के फार्म भरवाए गए और योजना से जुड़ी विभिन्न जानकारी दी। इसके अलावा आशा कार्यकर्ता अपने -अपने कार्य क्षेत्र में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के विषय में पात्र लोगों को घर-घर जाकर लाभ लेने के लिये प्रेरित कर रही हैं। गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता लाभार्थियों को लाभ लेने की पूरी प्रक्रिया और पात्रता की जानकारी दे रही हैं। उन्होंने बताया- अभी तक 500 आवेदन उनके पास आ चुके है, बाकी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

पहली बार गर्भवती होने पर तीन किस्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये

डा. राजीव निगम ने बताया- योजना के तहत पहली बार गर्भवती (मां बनने) होने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं,  प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। पंजीकरण के लिए माता-पिता का आधार कार्ड, मां की बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। मां का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये। निजी अकाउंट ही मान्य होगा। यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा होना जरूरी है। उन्होंने बताया- पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर दूसरी किस्त के रूप में (गर्भावस्था के छह माह बाद) 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।

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