पूर्व मंत्री हाजी याकूब के अस्पताल समेत 16 के लाईसेंस निरस्त

अस्पतालों की कार्रवाई के बाद जिले में हड़कप

मेरठ। स्वास्थ्य विभाग ने बिना मानक संचालित हो रहे निजी अस्पतालों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने जिले में 16 अस्पतालों के लाईसेंस निरस्त कर दिए हैं। इसमें पूर्व मंत्री व विधायक रहे हाजी याकूब कुरैशी का माई सिटी हॉस्पिटल भी शामिल है। इसके अलावा 22 अस्पतालों को नोटिस जारी कर कार्रवाई की चेतावनी दी है। एक साथ इतनी संख्या में अस्पतालों की कार्रवाई के बाद जिले में हड़कप मच गया है।

28 जुलाई को आयुष्मान योजना में ऑपरेशन फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था। न्यूटीमा अस्पताल के यूरो सर्जन डॉ. सरत चंद्र के नाम से श्री भूषण हॉस्पिटल गढ़ रोड और कमल निरोगधाम हॉस्पिटल मवाना में आयुष्मान योजना में बिना किसी यूरो सर्जन के ऑपरेशन किए जा रहे थे। इन अस्पतालों में यूरोलॉजी के ऑपरेशन बिगड़ने पर मरीजों को जब अन्य अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती हुए तो इनकी डिस्चार्ज फाइल पर यूरोलॉजिस्ट डॉ. सरत चंद्र की फर्जी हस्ताक्षर और मोहर मिली। श्री भूषण अस्पताल में मरीज देवेंद्र का यूरो संबंधित मर्ज का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद हालत बिगड़ने पर देवेंद्र को न्यूटीमा अस्पताल में भर्ती किया गया। देवेंद्र को न्यूटीमा जो यूरोलॉजिस्ट डॉ. सरत चंद्र देख रहे थे इस मरीज के डिस्चार्ज कार्ड पर इनकी फर्जी मोहर, हस्ताक्षर और नाम दर्ज था। आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद डॉ. सरत चंद्र इस मामले की शिकायत आईएमए, नर्सिंग होम एसोसिएशन और सीएमओ कार्यालय से की। इसके बाद सभी चिकित्सक एक जुट हो गई सीएमओ पर इस मामले में कार्रवाई का दबाव बनाया। शिकायत पर सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने तत्काल श्री भूषण हॉस्पिटल, कमल निरोगी धाम का लाइसेंस निरस्त कर तीन सदस्य जांच कमेटी बना दी। वहीं इस मामले में थाना मेडिकल में सरत चंद की ओर से मुकदमा दर्ज करा दिया गया था। इस मामले में जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया और मजिस्ट्रेट जांच शुरु कर दी। इसी जांच में जिन अस्पतालों में फर्जीवाड़ा मिला उसके लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की गई है।

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