पोषण अभियान : गर्भवती महिलाओं को दी पोषण संबंधी जानकारी 

आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गोद भराई रस्म का आयोजन

मुजफ्फरनगर, 12 जुलाई 2022। जब कोई महिला गर्भवती होती है, तो नए मेहमान के स्वागत की तैयारी में पूरा परिवार जुट जाता है। प्रसव के बाद शिशु के लिए कुछ खास चीज़ों की जरूरत होती है, जिसे इकट्ठा करने में हर कोई जुट जाता है। वहीं, बच्चे के जन्म से पहले कुछ पारंपरिक रस्में भी निभाई जाती हैं, जिनमें से एक है गोद भराई। इसी क्रम में मंगलवार को जनपद में गोद भराई की रस्म का आयोजन किया गया, जिसमें बाल विकास परियोजना अधिकारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं आदि के प्रयास से गर्भवती महिलाओं की गोद भराई रस्म आयोजित की गई।


जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गौड़ ने बताया मंगलवार को जनपद में पोषण अभियान के अंतर्गत वित्तपोषित गतिविधि गोद भराई दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें बाल विकास परियोजना अधिकारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं आदि के प्रयास से गर्भवती महिलाओं की गोद भराई रस्म आयोजित की गई। गर्भावस्था के दौरान खान-पान के बारे में चर्चा की गई। गर्भवती के वज़न बढ़ाने को लेकर चर्चा की और बताया गर्भावस्था के दौरान महिला का वज़न नौ से 11 किलोग्राम बढ़ना चाहिए, यदि महिला कुपोषित है तो वज़न और अधिक बढ़ना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान समय से जांच कराने, आयोडीन युक्त नमक का प्रयोग करने, आयरन की गोली का नियमित प्रयोग करने, प्रसव के एक घंटे के अन्दर पीला गाढ़ा दूध नवजात को पिलाये जाने, प्रसव सिर्फ संस्थागत कराने की सलाह दी गई। इसके साथ ही चतुरंगी आहार में लाल, हरा, पीला, सफेद चार तरीके के भोजन करने की सलाह दी गई। खाने में पौष्टिक भोजन जैसे अनाज, दूध, फल, दाले, हरी साग - सब्जी, घी व अन्य चीजें खाने के साथ दिन में पर्याप्त नींद लेने और कोई भी भारी वस्तु न उठाने की सलाह दी गयी।

इसके अलावा गोद भराई के लिए पोषण थाली में उपलब्धता के आधार पर साग सब्जियों अथवा सीजनल फलों के अलावा गुड़ चना, नींबू, आईएफए और कैल्शियम की टैबलेट की एक एक स्ट्रिप, आयोडीन नमक व एमसीपी कार्ड रखने की सलाह दी। बताया गया कि एमसीपी कार्ड के पेज नंबर चार पर गर्भावस्था में दौरान देखभाल संबंधी जानकारी जरूर पढ़ें।

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