बेमिसाल धरोहर समेटे हुए है मेरठ कालेज

130साल के सफर में कॉलेज ने देश को प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री व न्यायपालिका व नेताओं को  दिया
मेरठ। मेरठ कॉलेज ने अपना 130 साल का गौरवमयी सफल पूरा कर दिया है। देश की आजादी से पहले और आजादी के बाद यहां से पढ कर निकलने वाले छात्र -छात्राओं ने शिक्षा ,राजनीति समेत अन्य क्षेत्रों में मुकाम हासिल कर देश के साथ कॉलेज का गौरव बढाया है।मेरठ कॉलेज ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, डॉ मुरली मनोहर जोशी, एनएसए अजीत डोभाल और मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ,न्यायपालिका के अधिकारी शामिल है।
  आजादी से पहले मेरठ कॉलेज का सफल 1892 में शुरू हुआ था। उस समय देश में ब्रिटिश राज था। मेरठ कॉलेज में सबसे पहले 1893 में लॉ डिपार्टमेंट की शुरुआत हुई थी। कोलकाता विवि से लॉ कॉलेज को मान्यता मिली हुई थी। अब की बात करें तो 50 से ज्यादा पाठ्यक्रमों में हजारों की संख्या में छात्र.छात्राओं को अध्ययन कराया जा रहा है।
मेरठ कॉलेज से अध्ययन कर चुके पुरातन छात्रों की अगर लिस्ट बनाई जाए तो हजारों की संख्या में ऐसे छात्र.छात्राएं हैं, जो देश विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य रह चुके हैं या फिर कार्य कर रहे हैं अगर कुछ नाम गिनाए जाए तो पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह, डॉ मुरली मनोहर जोशी, स्वतंत्रता सेनानी पूर्व यूपी शिक्षा मंत्री स्व: कैलाश प्रकाश, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस स्व. जनरल बिपिन सिंह रावत, मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश के पूर्व गवर्नर वीरेंद्र वर्मा, पूर्व विदेश सचिव शशांक, पदमश्री डॉक्टर सिरोही, जम्मू.कश्मीर के न्यायधीश पंकज मित्तल, चर्चित कवि डॉक्टर हरिओम पंवार आदि नाम शामिल है।  
पश्चिमी उत्तर प्रदेश  की बात की जाए तो मेरठ कॉलेज को राजनीति का केंद्र माना जाता रहा है भले यहां पर छात्र राजनीति के लिए छात्रसंघ चुनाव आयोजित किए जाते थे, लेकिन यह चुनाव इतने बड़े हो जाते थे प्रमुख राजनीतिक पार्टियां भी चुनावी मैदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थीं।
कॉलेज से निकले खिलाडियों ने देश का नाम किया ऊंचा
  मेरठ कालेज ने नेताओं, अधिकारियों को पैदा नहीं वरन खिलाडियों को पैदा किया है। ऐसे कई नाम है जिन्होंने देश ही नहीं वरन विश्व में भारत का नाम रोशन किया है। जिसमें भारतीय टीम का हिस्सा रहे पूर्व क्रिकेटर प्रवीण कुमार, भारतीय टीम के पेसर भुवनेश्वर कुमार, करण शर्मा, समीर , प्रियम गर्ग, शिवम मावी , अन्नू रानी, अत्री, प्रियंका गोस्वामी, छवि सहरावत, पारूल चौधरी, किरण सहदेव , रूपल चौधरी है ।
  छात्र-छात्राओं की पहली पसंद होता है मेरठ कालेज
अध्ययन प्रक्रिया की बात की जाए तो छात्र छात्राओं की पहली पसंद मेरठ कॉलेज रहता है जैसे ही सीसीएस यूनिवर्सिटी द्वारा प्रवेश प्रक्रिया के लिए पोर्टल खोला जाता है तो मेरठ ही नहीं बल्कि आसपास के जनपद के छात्र-छात्राएं भी पहली वरीयता मेरठ कॉलेज को ही रखते है।
 कालेज का प्रचार्चा डा. एसएन शर्मा का कहना है मेरठ का 130 सालों का गौरवमयी इतिहास रहा है। मेरठ कालेज ने देश के लिये महान हस्तियों को दिया है। इस सफर को बरकरार बनाए रखने का प्रयास कालेज प्रशासन की ओर से आगे भी जारी रहेगा। 

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