कानपुर हिंसा मामला

हयात जफर समेत चारो आरोपी भेजे गए जेल
 मामले की जांच को तीन एसआईटी गठित

कानपुर।
शहर में परेड नई सड़क से दादा मियां हाता में बवाल में आरोपित मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी और तीन साथियों को रविवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने हयात और उसके साथियों को जेल भेज दिया है। वहीं पुलिस ने बवाल में सात और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अबतक 29 उपद्रवियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात है और बाजार में कुछ ही दुकानें खुली हैं लेकिन लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
परेड नई सड़क पर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बवाल हो गया था। पथराव और तोड़फोड़ में लोग घायल हुए थे। बवाल शांत कराने के बाद पुलिस ने तीन मुकदमे दर्ज करके 36 नामजद और हजारों अज्ञात को शामिल किया था। पुलिस ने बवाल के मास्टर माइंड आरोपित जौहर फैंस एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात जफर हाशमी और उसके तीन साथियों जावेद अहमद मोहम्मद राहिल और मोहम्मद सुफियान को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। इसके अलावा 18 अन्य उपद्रवियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
रविवार को भारी सुरक्षा के बीच दोपहर करीब 2:30 बजे सभी आरोपितों को विशेष न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने हयात समेत सभी आरोपितों को न्यायिक अभिरक्षा में 14 दिनों के लिए जेल भेजने का आदेश किया है। हयात और उनके साथियों को कोर्ट में पेश करने से पहले कचहरी परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। पुलिस के अलावा पीएसी के जवान भी मौजूद थे। आरोपितों की कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने नेतृत्व किया।
सात और उपद्रवी गिरफ्तार
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया शनिवार तक 22 लोग गिरफ्तार किए गए थे। रविवार दोपहर तक सात और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई है। अबतक 29 उपद्रवियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रकरण में केरल के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के शामिल होने के संकेत मिल रहे हैं। पीएफआई से हयात का कनेक्शन की जांच की जा रही है, जल्दी अन्य उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जाएगी।

एसआईटी की तीन टीमें करेंगी जांच

कानपुर।
कानपुर हिंसा मामले की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर ने एसआईटी की तीन टीमें गठित की हैं। तीनों टीमें अपनी रिपोर्ट अलग-अलग पुलिस कमिश्नर को सौंपेगी। इसके बाद उपद्रवियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई होगी। पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना ने रविवार को बताया कि कानपुर में चार जून को हुई हिंसा के लिए तेज तर्रार अफसरों की अगुवाई में विशेष जांच दस्ता (एसआईटी) की तीन टीमों का गठन किया गया है। पहली टीम मुख्य आरोपितों से मिले छह मोबाइलों पर घटना से पहले और घटना के बाद किनसे बात हुई, इसकी जांच करेगी। दूसरी टीम पूरी जांच की मानिटरिंग करेगी। तीसरी टीम फोटोग्राफ और वीडियो फुटेज का अध्ययन कर उपद्रवियों की पहचान करेगी। सबसे अहम बात यह है कि पुलिस अब इस मामले में उपद्रवियों के पोस्टर लगाकर जनता और मीडिया के माध्यम से पोस्टर के सहारे जांच में सामने आए लोगों को गिरफ्तार करेगी।

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