शाहजहांपुर के पूर्व वैज्ञानिक अधिकारी ने किया क्षेत्र का दौरा


मवाना। मवाना शुगर मिल के क्षेत्र में गन्ने की फसल में चोटी बेधक (टॉप बोरर) का प्रकोप अभी भी दिखाई दे रहा है, जो गन्ने की पेड़ी व पौधा फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। इस कीट की वर्ष में पांच पीढ़िया होती है, जो फरवरी से लेकर सितम्बर तक गन्ना फसल को नुकसान पहुंचाती है। इस कीट की दूसरी पीढ़ी इस समय खेतों में दिखाई दे रही है। जून माह के अन्त में या जुलाई के प्रथम सप्ताह में तीसरी पीढ़ी का प्रकोप बढ़ सकता है, जिससे गन्ना फसल को भारी नुकसान होगा।

यह बात उत्तर प्रदेश गन्ना शोध, शाहजहांपुर के पूर्व वैज्ञानिक अधिकारी डा. मैनेजर सिंह ने मवाना चीनी मिल, क्षेत्र के लगभग 50 ग्रामों का भ्रमण करने के समय गन्ने के खेतों का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद उन्होंने पाया कि इस समय चोटी बेधक कीट की दूसरी पीढ़ी का प्रकोप दिखाई दे रहा है जिससे गन्ने की गोफ प्रभावित होने से सूख रही है और फसल की बढ़वार रूकती दिखाई दी। डा.मैनेजर सिंह ने निरीक्षण के समय कृषकों को बताया कि टाप बोरर से प्रभावित गन्नों को खुरपी द्वारा जमीन की सतह से मिलाकर काट लें और उसे बाहर निकालकर नष्ट कर दें, जिससे सूंडी द्वारा तीसरी पीढ़ी का प्रकोप न हों। वहीं प्रभावित कल्लों को काटने के बाद कोराजन 150 मिली0 को चार सौ लीटर पानी में घोल बनाकर गन्ने की जड़ो के पास धार बनाकर डालें, तत्पश्चात् सिंचाई कर दें। इसके बाद दस किलोग्राम यूरिया प्रति बीघा डालें।  

चीनी मिल के वरिष्ठ महाप्रबन्धक (गन्ना एवं प्रशासन) प्रमोद कुमार बालियान ने बताया कि चीनी मिल से कृषकों को उच्च गुणवत्ता वाले कीटनाशक 20 फीसदी अनुदान पर उपलब्ध कराये जा रहे है। वरिष्ठ प्रबन्धक (गन्ना) मनोज सिंह ने बताया कि गन्ने में काला चिकटा, मिलीबग, पोक्का बोईंग व अन्य चूसक कीटों के नियंत्रण के लिए मिल कॉपर आक्सीक्लोराइड का पर्णीय छिड़काव टैकरों के माध्यम से कराया जा रहा है।


No comments:

Post a Comment

Popular Posts