कुलाधिपति एवं राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी ने किया विवि का भ्रमण 


 मेरठ। कुलाधिपति एवं राज्यपाल उत्तर प्रदेश के विशेष कार्याधिकारी श्री पंकज लक्ष्मण जानी ने शुक्रवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर के विभिन्न विभागों, छात्रावासों, केन्द्रीय मूल्यांकन भवन, खेल मैदान, कुश्ती स्टेडियम, पुस्तकालय आदि का सघन भ्रमण किया। 

प्रात: 10 बजे डॉ जानी ने विवि की कुलपति एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की । बैठक में विश्वविद्यालय के प्रवेश, परीक्षा, परिणाम, वित्त, इंफ्रास्ट्रक्चर पुस्तकालय आदि के बारे में गहन चर्चा की तथा अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये। इसके उपरान्त विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों  के साथ एपलाइड साइंस हॉल में विस्तृत चर्चा करते हुए उन्होंने शीघ्र ही प्रस्तावित नैक मूल्यांकन के सम्बन्ध में विस्तार से सभी क्राइटएरिया पर बिन्दुवार वार्ता की। उन्होंने पठन-पाठन, शोध, एक्सटा करिकुलर एक्टिवटी, खेल इत्यादि की उपयोगिता एवं महत्ता पर प्रकाश डाला। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों से उनकी समस्याएं एवं सुझावों को भी सुना। उन्होंने विश्वविद्यालय के रख-रखाव, इंफ्रास्ट्रक्चर, सुविधाओं की प्रशंसा भी की। इसके बाद विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के साथ बैठक की। इस दौरान कर्मचारियों को दिशा-निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि पारदर्शिता हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। सभी छात्र-छात्राओं को समय से अंकतालिका एवं डिग्री प्राप्त हो इसके लिए गम्भीर प्रयास करने चाहिए। इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों के फीडबैक तथा सुझाव भी प्राप्त किए। 

इसके बाद अपराहृ तीन बजे बृहस्पतिभवन में विद्यार्थियों के साथ संवाद किया। विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय में हो रही अकादमिक, साहित्यक-सांस्कृतिक, शोध, खेल इत्यादि गतिविधियों से उन्हें अवगत कराया। इस दौरान विद्यार्थियों ने ई-लर्निग सुविधा, शैक्षणिक भ्रमण, इको क्लब तथा एक्सट्राकरिकुलर गतिविधि के संबंध में सुझाव दिये। इन सुझावों को ध्यानपूर्वक सुनते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय आपके कौशल विकास के साथ ही साथ सर्वांगीण विकास का केन्द्र है हम सब मिलकर प्रयास करेंगे कि प्रत्येक आयाम पर कार्य किया जा सके। इसके उपरान्त डॉ? जानी खेल मैदान पर गए, जहां पर उन्होंने खेल मैदान को और अधिक व्यवस्थित करने के लिए कई सुझाव दिये। बाद में उन्होंने शारीरिक शिक्षा विभाग स्थित जिम में भी भ्रमण किया। इसके बाद भौतिकी विभाग की विभिन्न प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया। प्रयोगशाला में उपस्थित शोधार्थियों को महत्वपूर्ण सुझाव देने के साथ ही उपलब्ध उपकरणों एवं संसाधनों की प्रशंसा भी की। इसके बाद केन्द्रीय मूल्यांकन भवन के प्रत्येक तल का भ्रमण कर उसके समुचित उपयोग के लिए भी आवश्यक सुझाव दिये। इसके उपरान्त इतिहास एवं विधि विभाग का भम्रण करते हुए पुस्तकालय पहुंचे तथा वहां की उपलब्ध सुविधाओं एवं संसाधनों के विषय में विस्तार से जाना। इसके बाद सर छोटूराम इंस्टीट्यूट आफ इन्जीनियरिंग एंड टेक्नालाजी, जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग, टॉक्सिकोलोजी विभाग की प्रयोगशालाएं देखी एवं शोधार्थियों से गहन चर्चा की। इसके बाद रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास का भ्रमण किया तथा वहां पर छात्राओं से वार्ता करते हुए उन्होंने भोजन, पानी, बिजली इत्यादि के बारे में पूछा जिस पर छात्राओं ने सभी सुविधाओं को उत्तम बताया। इसी छात्रावास में उन्होंने पौधारोपण भी किया तथा छात्रावास के वातावरण एवं सुविधाओं की प्रशंसा की। इसके बाद डॉ. जानी वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप छात्रावास एवं डॉ. अम्बेडकर छात्रावास पहुंचे जहां पर उन्होंने छात्रों के कमरे में जाकर सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने उपलब्घ सुविधाओं पर अत्यंत संतोष व्यक्त किया। इसके बाद विश्वविद्यालय स्थित आवासों का भी भ्रमण किया। अंत में विश्वविद्यालय के अतिथि गृह पर सभी अधिकारियों से वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में सुविधाएं एवं संसाधन उच्च स्तर के हैं, परिणाम भी अपेक्षा अनुरूप अच्छे ही हैं। हम उत्कृष्टता की ओर अग्रसर हैं इसमें निरन्तरता बनाए रखने के लिए हमारे प्रयासों में भी गतिशीलता रहे ऐसा प्रयास हमें निरन्तर करना चाहिए। इस भ्रमण के दौरान उनके साथ  कुलपति प्रो संगीता शुक्ला, प्रतिकुलपति प्रो वाई विमला, कुलसचिव धीरेन्द्र कुमार, कुलानुशासक प्रो बीरपाल सिंह, प्रो प्रशांत कुमार, विश्वविद्यालय अभियंता मनीष मिश्रा, विकास त्यागी, मनेाज कुमार रहे। 


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