प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर हुईं प्रसव पूर्व जांच

“एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” अभियान के तहत महिलाओं को किया गया जागरुक


मुजफ्फरनगर, 9 मई 2022। मातृ मृत्यु दर में कमी लाने और गर्भवती को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से जिला महिला चिकित्सालय सहित स्वास्थ्य इकाइयों पर सोमवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएसए) दिवस मनाया गया। इस मौके पर गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच, उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (हाई रिस्क प्रेगनेंसी) की पहचान, पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के चयन के बारे में काउंसलिंग की गई। इसके साथ ही ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान को लेकर भी महिलाओं को जागरूक किया गया और आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम और एलबेंडाजॉल की गोली उपलब्ध कराई गईं। इसके साथ गोलियों के सेवन की विधि भी बताई गई।



अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ. राजीव निगम ने बताया - जच्चा-बच्चा के बेहतर स्वास्थ्य व सुरक्षित प्रसव के लिए प्रसव पूर्व जांच व देखभाल (एएनसी) बेहद जरूरी है। इसके लिए जिले में जागरूकता बढ़ी है। गर्भावस्था के दौरान कम से कम चार जांचें आवश्यक रूप से करानी चाहिएं। जनपद के सभी शहरी व ग्रामीण चिकित्सा केन्द्रों पर सोमवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें हर गर्भवती की चार जांचें - ब्लड प्रेशर, ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, हीमोग्लोबिन जांच और अल्ट्रासाउंड की निशुल्क व्यवस्था रही। इसके साथ ही एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान के तहत प्रत्येक गर्भवती व धात्री महिला तक आयरन, कैल्शियम एलबेंडाजॉल व फोलिक एसिड की गोलियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई। उन्होंने कहा- प्रत्येक गर्भवती महिला महत्वपूर्ण है एवं हर गर्भवती को विशेष देखभाल आवश्यक रूप से मिलनी चाहिए। जिससे समय पर खतरों की पहचान कर मातृ मृत्यु को कम किया जा सकता है।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. आभा आत्रेय ने बताया - गर्भावस्था में जब जटिलताओं की आशंका अधिक होती है तो, उस गर्भावस्था को हाई रिस्क प्रेगनेंसी ( उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था) में रखा जाता है और इसका पता लगाने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक के द्वारा प्रसव पूर्व सम्पूर्ण जांच कराना बहुत जरूरी होता है, जिससे समय रहते इसका पता लगाकर, इससे होने वाले खतरों से गर्भवती को बचाया जा सके। उन्होंने बताया विभाग का अधिक से अधिक गर्भवतियों की जांच करने का प्रयास रहता है। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाती है कि वह अपने क्षेत्र की सभी गर्भवती को इस दिवस पर केंद्र पर लाकर उनकी जांच जरूर करवाएँ।

जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता जुनैद ने बताया जनपद में सोमवार को     2278 गर्भवती महिलाओं की रक्त, यूरिन, ब्लड प्रेशर एवं वजन इत्यादि की जांच हुई। इसके साथ ही गर्भवती को कोविड-19 से बचाव के बारे में भी जानकारी दी गई और एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान के तहत प्रत्येक गर्भवती व धात्री महिला तक आयरन, कैल्शियम एलबेंडाजॉल व फोलिक एसिड की गोलियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई।

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