आंगनबाड़ी केंद्रों पर गोद भराई रस्म का आयोजन, स्तनपान के बारे में किया जागरूक 

साफ-सफाई, टीकाकरण व आयरन की गोली के बारे में भी दी जानकारी

मुजफ्फरनगर,24 मई 2022। बाल विकास परियोजना शाहपुर के ग्राम रसूलपुर जाटान में मंगलवार को आगंनबाड़ी केंद्र पर बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं मुख्य सेविका हसीना बानो की मौजूदगी में गर्भवती की गोदभराई रस्म का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित गर्भवती महिलाओं को पोषण पोटली भेंट की और उन्हें अपने आहार पर विशेष ध्यान देने की सलाह के साथ ही मां बनने की यात्रा के लिए शुभकामनाएं भी दीं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गौड़ ने बताया -अतिरिक्त पोषण की जरूरत इसलिए होती है क्योंकि उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी उसी के भोजन से आहार प्राप्त होता है। जरूरी है कि महिलाएं गर्भकाल में मौसमी फल, मौसमी सब्जी और प्रोटीन के लिए दाल और सूखे मेवे नियमित रूप से लें ताकि उनकी आने वाली संतान स्वस्थ हो। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने स्तनपान के विषय पर जागरूक करते हुए कहा- नवजात शिशु के लिए मां का पीला गाढ़ा दूध छह माह तक संपूर्ण आहार होता है। शिशु को छह महीनों की अवस्था एवं दो वर्ष अथवा उससे अधिक समय तक स्तनपान कराने के साथ-साथ पौष्टिक व पूरक आहार भी देना चाहिए। स्तनपान कराने से मां और शिशु दोनों को फायदा होता है।

मुख्य सेविका हसीना बानो ने कहा- छह माह की आयु तक बच्चे को केवल स्तनपान ही कराएं। इस अवधि तक मां का दूध शिशु के लिए पूर्ण आहार होता है। छह माह आयु पूरी करने पर शिशु के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए अतिरिक्त पोषण की जरूरत होती है। अन्नप्राशन की परिकल्पना इसी उद्देश्य से की गई है। यानि छह माह की आयु पर ही बच्चे को मां के दूध के साथ अन्न की जरूरत होती है। स्तनपान कराने के साथ ही बच्चे को अच्छी तरह से मसला हुआ पूरक आहार दें। उन्होंने कहा स्तनपान कराने वाली मां को भी अपने खानपान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है, इसलिए गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए सरकार पोषण उपलब्ध कराती है। इसके साथ ही मुख्य सेविका हसीबा बानो ने साफ सफाई टीकाकरण आयरन की गोली आदि के बारे में भी जानकारी दी।

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