अभिनेत्री जुबैदा बेगम जिन्होंने देश की पहली बोलती फिल्म में काम किया   

मेरठ। फिल्म अभिनेत्री जुबैदा बेगम की याद में मेरठ मालीवुड कलाकारों ने आज उनको श्रद्धांजलि दीं। इस दौरान मालीवुड कलाकार जूनियर देओल ने बताया कि जुबैदा बेगम का मेरठ से गहरा नाता था। पूर्वा फैयाज अली में आयोजित कार्यक्रम में मेरठ मालीवुड कलाकार शकील अहमद ने बताया कि
जुबैदा बेगम एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री थीं। जिन्होंने 1931 में पहली भारतीय बोलती फिल्म आलम आरा में काम किया था। उन्होंने कई महत्वपूर्ण फिल्मों में काम किया जिनमें देवदास (1937) और मेरी जान शामिल हैं। जुबैदा बेगम का जन्म सूरत शहर में 1911 में सचिन राज्य के नवाब सिदी इब्राहिम मुहम्मद याकूत खान तृतीय और फातिमा बेगम के यहाँ हुआ था। वह उन कुछ लड़कियों में से थीं। जिन्होंने बहुत ही कम उम्र में फिल्म उद्योग में प्रवेश किया। भले ही फिल्म उद्योग को कभी भी सम्मानित परिवारों की लड़कियों के लिए उपयुक्त पेशा नहीं माना गया। उन्होंने हैदराबाद के महाराज नरसिंगिर धनराजगीर ज्ञान बहादुर से शादी की।
ज़ुबैदा ने 12 साल की उम्र में कोहिनूर फिल्म से अपनी शुरुआत की और 1920 के दशक में उन्होंने पर्दे पर कम ही अभिनय किया। 1925 में ज़ुबैदा की नौ फ़िल्म रिलीज़  हुईं, उसमें से देवदासी, काला चोरंद देश का दुश्मन थी। 1927 उनके लिए यादगार था क्योंकि लैला मजनू, नंद भोजई और नवल गांधी के बलिदान सहित उनकी कुछ फिल्में रिलीज हुई थीं। उनकी फिल्मों में शामिल हैं, आलम आरा 1931, जरीना 1932, रसिक-ए-लैला 1934, देवदास 1937, निर्दोश अबला 1949, आवारा: युवा रीता 1951। उन्होंने अपने अंतिम वर्ष परिवार के बॉम्बे पैलेस, धनराज महल में बिताए। सितंबर 1988 को उनका निधन हो गया। इस दौरान उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उनको याद किया।

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