भारत में एक मजबूत सांख्यिकीय प्रणाली 

Meerut-चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के  अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय के डेटा पर दो-दिवसीय कार्यशाला के पहले दिवस का आयोजन दिनांक 28 अप्रैल को किया गया। उदघाटन सत्र को मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ आरंभ किया गया।कार्यशाला के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष  एवं पूर्व कुलपति प्रो ० एन के तनेजा ने की। प्रोफेसर एन.के. तनेजा ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन हमारे विद्यार्थियों की अनुसंधान क्षमता और करियर की संभावनाओं में आवश्यक सुधार करने में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं।  

कार्यशाला के संयोजक एवं अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अतवीर सिंह ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया और कार्यशाला के उद्देश्य तथा रूपरेखा की जानकारी दी। प्रोफेसर सिंह ने कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय के माध्यम से उपलब्ध सभी डेटासेट का अवलोकन प्रदान करना है।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए आयोजन सचिव प्रोफेसर रविंद्र कुमार शर्मा ने डाटा साक्षरता को परिभाषित करते हुए शोध में उसके महत्व पर प्रकाश डाला। राष्ट्रीय सांख्यिकीय प्रणाली प्रशिक्षण अकादमी के निदेशक श्री रोशन कुमार चौधरी ने बताया कि भारत में एक मजबूत सांख्यिकीय प्रणाली है और अर्थशास्त्र के शोधकर्ता एनएसओ द्वारा उपलब्ध कराए गए डेटा से विश्वसनीय डेटा विश्लेषण कर सकते हैं, बशर्ते वे इसका बेहतर उपयोग करना जानते हों। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के संयुक्त निदेशक श्री संतोष कुमार गुप्ता ने कहा कि कार्यशाला में उनका प्रयास छात्रों और शोधकर्ताओं को कार्यालय के वेबपेज से डेटासेट को निकालने और बुनियादी विश्लेषण करने पर व्यावहारिक अनुभव प्रदान कराने का है।  कला संकाय के डीन प्रोफेसर एन.सी लोहानी ने अपने संबोधन में कार्यशाला के आयोजन समिति को बधाई दी। आभार ज्ञापन आयोजन संयुक्त सचिव डॉ संजीव कुमार ने दिया। कार्यशाला के आठ तकनीकी सत्र हैं जिनमें से पहले चार सत्रों का आयोजन पहले दिन हुआ। कार्य शाला में देश के विभिन्न हिस्सों से ५० से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए।

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