यूपीएल की क्रांतिकारी ज़ेबा तकनीक ने गन्ने की फसल में किया सुधार


मेरठ : स्थायित्वपूर्ण कृषि उत्पादों एवं समाधानों के वैश्विक प्रदाता यूपीएल लिमिटेड ने अपनी क्रांतिकारी ज़ेबा तकनीक से महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को सहयोग दिया है इस तकनीक से ना केवल फसल की पैदावार में सुधार करने एवं बढ़ाने में मदद मिली है बल्कि इससे लागत का खर्च भी कम हुआ है परिणामस्वारूप किसानों के मुनाफे और आय में बढ़ोतरी हुई है गन्ने की खेती के लिये साल 2021 में उत्तर प्रदेश के 10 जिलों और महाराष्ट्र के 5 जिलों के कुल 12500 किसानों ने 25000 एकड़ कृषिभूमि पर ज़ेबा का इस्तेमाल किया था इसका काफी अच्छा असर देखने को मिला| 

यूपीएल में इंडिया रीजन के डायरेक्टर आशीष डोभाल ने कहा यूपीएल लिमिटेड में हमारा लक्ष्य उन किसानों के कल्याण और समृद्धि को बढ़ावा देना है जो हमारे महत्वपूर्ण साझेदार हैं हमारा मिशन है किसानों को ऐसे स्थायित्वपूर्ण उत्पाद देने के लिये नवाचार का उपयोग करना जो उन्हें न केवल आर्थिक स्थिरता की गारंटी दें बल्कि पर्यावरण को भी स्थिर रखें जे़बा की अनूठी और क्रांतिकारी तकनीक ने गन्नेे की पैदावार के मामले में स्थिति को पूरी तरह से बदल दिया है यह उत्पाद किसानों के लिये बहुत फायदेमंद होने के अलावा मिट्टी की गुणवत्ता को भी सुधारता है जिससे पर्यावरण को भी लाभ होता है।”

वडगांव रासाई ताल शिरूर महाराष्ट्र के किसान भरत तावारे ने कहा मेरे गन्नेे के खेत में जेबा के इस्तेमाल से प्रति एकड़ 1200 क्विंटल की पैदावार हुई जो दूसरे खेत में प्रति एकड़ 650 क्विंटल थी जहाँ मैंने इस उत्पाद का उपयोग नहीं किया था इससे पानी की जरूरत कम करने में भी मदद मिली और फसल की गुणवत्ता में सुधार हुआ।”

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