इंदिरा आईवीएफ एक दशक में 1 लाख आईवीएफ को सफल बनाने वाली पहली स्पेशियाल्टी चेन बनी
~ पीसीओएस और ब्लॉक्ड फैलोपियन ट्यूब महिलाओं में और कम शुक्राणु पुरुषों में इनफर्टिलिटी का प्रमुख कारण ~
मुंबई, 24 मार्च, 2022: इनफर्टिलिटी उपचार अस्पतालों में भारत की प्रमुख चेन, इंदिरा आईवीएफ ने 1,00,000 आईवीएफ को सफल बनाया है। यह देश की पहली आईवीएफ सिंगल-स्पेशियाल्टी चेन है जिसने सभी के लिए यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के महत्व पर जोर देते हुए 10 वर्षों की अवधि में इस उपलब्धि को हासिल किया है। इंदिरा आईवीएफ ने पाया है कि इनके केंद्रों पर आने वाली सभी महिला रोगियों में इनफर्टिलिटी के दो प्रमुख कारण हैं - पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) और ब्लॉक्ड फैलोपियन ट्यूब बांझपन; जबकि पुरुषों में इनफर्टिलिटी का प्रमुख कारण शुक्राणुओं की कम संख्या है।
एक उद्देश्यपूर्ण संगठन के रूप में, इंदिरा आईवीएफ ने देश के दूरदराज के हिस्सों तक गुणवत्तापूर्ण उपचार की पहुंच पर जोर दिया है। संगठन ने देश भर में 700 फिजिकल कैम्प्स के जरिए 60,000 कपल्स को जागरूक करने का काम किया है। कोविड -19 के दौरान भी, डिजिटल एकीकरण और व्यक्तिगत परामर्श के साथ प्रयास जारी रहे। इसके 107 केंद्रों में से 50 प्रतिशत से अधिक केंद्र टियर 2 और टियर 3 स्थानों में स्थित हैं, जिन्होंने इनफर्टिलिटी के चिकित्सा उपचार के बारे में जागरूकता पैदा करके भारी संख्या में लोगों को सशक्त बनाया और तकनीकी रूप से समर्थित उपचार को आसानीपूर्वक उपलब्ध कराया। समूह की योजना बांग्लादेश और नेपाल में केंद्र स्थापित करके अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति के साथ हर साल 20 -30 और ऐसे केंद्र खोलने की है।
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