सरधना से साजिद कुरैशी की रिपोर्ट---

अमित जानी सहित दो लोगो पर आचार संहिता के उलंघन का केस दर्ज 

सरधना (मेरठ)  बीते शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ने यूपी सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान किया था और तत्काल प्रभाव से चुनाव आदर्श आचार संहिता लागू करने के आदेश दिए थे। आगामी 15 जनवरी तक सभी राजनैतिक दलों की रैली, सभाओं पर रोक के साथ कई पाबंदियां लगाई गई थी। चुनाव आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी प्रसपा से खुद को विधानसभा प्रत्याशी बताने वाले अमित जानी एक गांव में कम्बल वितरण करा रहे थे। जानकारी लगते ही थाना सरूरपुर पुलिस हरकत में आई और मौके से कई सौ कंबलों सहित एक ट्रैक्टर ट्राली ओर 2 लोगो को हिरासत में ले लिया। जिसके बाद पुलिस ने अमित जानी सहित दो लोगो पर आचार संहिता के उलंघन का केस दर्ज कर लिया। मौके से मिली ट्रैक्टर ट्राली को भी सीज कर दिया।

      रविवार को  प्रसपा नेता अमित जानी से जुड़े लोगों  द्वारा कक्केपुर  गांव में भीड़ को इकठ्ठा कर कंबल बाटे जा रहे थे। कंबल बाटने की सूचना लगते ही सरूरपुर थाना पुलिस हरकत में आई और मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौके से 58 कंबल, एक ट्रैक्टर ट्राली कब्जे ली और दीपक त्यागी पुत्र अनिल त्यागी व शिवकुमार पुत्र गरयाब  को भी हिरासत में ले लिया और थाने ले आई।  पुलिस ने चुनाव आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन में अमित जानी सहित शिवकुमार व गजराज के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की कार्यवाही की जा रही है। एसओ का कहना है कि प्रसपा नेता अमित जानी सहित दो लोगो पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन में मुकदमा दर्ज किया गया है ट्रैक्टर ट्रॉली को सीज किया गया है। क्षेत्र में आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। 

अमित जानी पर एक सप्ताह पूर्व भी महामारी अधिनियम में दर्ज हुआ था मुकदमा

प्रसपा नेता अमित जानी का विवादों से पुराना नाता रहा है। एक सप्ताह बीती तीन जनवरी को जानी के क्रिकेट मैदान में प्रसपा की महारैली प्रस्तावित थी। जिसमे शिवपाल यादव को भी आना था। लेकिन शिवपाल यादव किसी वजह से कार्यक्रम में शामिल नही हो पाए थे। अमित जानी ने कंबल बाटने के नाम पर हजारों की भी को इकठ्ठा कर लिया था। लोगों को कई घण्टो के इंतजार के बाद कम्बल वितरण कार्यक्रम शुरू किया गया। कम्बल वितरण के दौरान वहां भगदड़ मच गई। जिसमें गिरने से दो बुजुर्ग महिला घायल हो गई थी। पुलिस ने अमित जानी को गिरफ्तार कर रोहटा थाने में बंद कर दिया था। पुलिस ने अपनी तरफ से ही अमित जानी पर महामारी अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर लिया था। हालांकि थाने से ही जमानत पाकर अमित जानी रिहा हो गए थे। इससे पूर्व भी अमित जानी पर रंगदारी, धमकी देने सहित कई गंभीर धाराओं में दर्जनों मुकदमे दर्ज है।

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