आईआईएमटी विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन सेमिनार आयोजित

- नेचुरल प्रोटीन एंटीबायोटिक्स विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय ऑनलाइन व्याख्यान आयोजित
मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन सेल व रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल ने डिपार्टमेंट ऑफ बाॅयोटेक्नोलाॅजी भारत सरकार के डीबीटी-सीटेप स्कीम केे अन्र्तगत नेचुरल प्रोटीन एंटीबायोटिक्स विषय पर अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन व्याख्यान आयोजित किया गया। व्याख्यान का उद्देश्य भारत में जैव प्रोद्यौगिकी के बारे में अधिकाधिक प्रचार करना रहा।
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं एम्स नई दिल्ली की बायोफिजिक्स विभाग की प्रोफेसर डाॅ0 सुजाता शर्मा ने उन्होंने कहा एंटीबायोटिक्स दवाइयों का इस्तेमाल जीवाणु (बैक्टीरिया) और इससे होने वाले संक्रमण को खत्म करता है। लेकिन विश्व में एंटीबायोटिक्स का बैक्टीरिया पर कम होता असर चर्चा का विषय बना हुआ है। जीवाणु व इसके संक्रमण को रोकने और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नेचुरल एंटीबायोटिक्स का एक अच्छा विकल्प हैं। प्रोफेसर डाॅ0 सुजाता शर्मा ने कहा की हैवी एंटीबायोटिक दवाओं के अति प्रयोग के परिणामस्वरूप एंटीबायोटिक रेजिस्टेंट की घटनाएं बढ़ रही हैं।
सेमीनार के आयोजन में आईआईमटी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर डाॅ0 दीपा शर्मा का योगदान रहा। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री योगेश मोहनजी गुप्ता व आईआईएमटी समूह के मैनेजिंग डायरेक्टर डा. मयंक अग्रवाल जी ने सभी को शुभकामनाएं दीं। डीबीटी-सीटेप सेमीनार की काॅर्निडेटर डाॅ0 शुभा द्विवेदी ने बताया कि व्याख्यान के लिए करीब 300 से ऊपर रजिस्ट्रेशन प्राप्त हुए। विभिन्न राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालयों ने सेमीनार में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। जिनमें एडोस्टेट यूनिवसर््िाटी नाईजीरिया, लोकटेक यूनिवर्सिटी अफ्रीका, प्रीसियस कोरनर स्टोर यूनिवर्सिटी नाईजीरिया, सेमहिमगटन कृषि विश्वविद्यालय प्रयागराज, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, पंजाब यूनिवर्सिटी, अमेटी यूनिवर्सिटी, गलगोटिया यूनिवर्सिटी, कानपुर यूनिवर्सिटी, गार्डन सिटी यूनिवर्सिटी प्रमुख रहीं। सेमिनार को सफल बनाने में डीबीटी-सीटेप स्कीम बायोटेक कंसोर्टियम इंडिया लिमिटेड  भारत सरकार की प्रबंधक अनिता शर्मा का योगदान रहा।

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