मेरठ। बाल विवाह निषेध विधेयक संशोधन 2021 को लेकर को जहां एक ओर विरोध के सुर उठ रहे हैं वहीं इसके समर्थन में भी लोग खड़े हैं। लेकिन इन सबसे अलग इस विधेयक को लेकर हरियाणा और पश्चिमी उप्र की लड़कियों ने मेरठ में एक पंचायत कर डाली। इस पंचायत को लड़कियों ने 'लाडो पंचायत'का नाम दिया।
बाल विवाह निषेध विधेयक 2021 ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। ग्रामीण परिवेश से जुड़े पश्चिमी उप्र और हरियाणा की लड़कियों में इसका असर देखा जा रहा है। इसी को लेकर मेरठ मेंं हरियाणा और पश्चिमी उप्र की लड़कियों ने एकत्र होकर लाडो पंचायत की। जिसमें अपनी तरह से स्वयं फैसला किया और यह भी कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जो उम्मीदवार विधेयक का विरोध करेगा महिलाएं उसको वोट नहीं करेंगी।
इस अनोखी लाडो पंचायत में अलग-अलग सुमदायों की लड़कियों ने भाग लिया और विचार-विमर्श और भाषणों के बाद कई लड़कियों ने अपने अनुभव भी साझा किए। इसमें हरियाणा की लड़कियों ने शादी की उम्र 21 साल करने का समर्थन किया। वहीं पंचायत ने संकल्प लिया है कि वो ऐसे उम्मीदवारों का राजनीतिक और सामाजिक रूप से बहिष्कार करेंगी जो इस विधेयक का विरोध करते हैं।
लाडो पंचायत में पारित हुआ प्रस्ताव
सेल्फी विद डॉटर अभियान के जनक सुनील जगलान हरियाणा और राजस्थान में लाडो पंचायत करते हैं। उन्होंने ये पंचायत मेरठ में कर डाली। मेरठ की लाडो पंचायत की बैठक में लड़कियों ने शादी की कानूनी उम्र बढ़ाने के सरकार के फैसले के प्रति आभार व्यक्त किया। पश्चिमी यूपी और हरियाणा को साथ मिलाकर इस ग्रेटर हरियाणा कहा जाता है और इस इलाके को पितृसत्ता के रूप में जाना जाता है।

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