सरधना से साजिद कुरैशी की रिपोर्ट

सरधना (मेरठ) शिक्षा मंत्रालय, निति आयोग, सी॰बी॰एस॰सी॰ एवं एमेजॉन वेब सर्विस के द्वारा एमेजॉन यंग बिल्डर चैलेंज प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमे राष्ट्रीय स्तर के लगभग 1000 स्कूलों ने प्रतिभाग लिया। इसी प्रतियोगिता के अर्न्तगत महावीर इंटरनेशनल स्कूल, पौहल्ली, मेरठ को राष्ट्रीय स्तर के टॉप 100 स्कूलों में चुना गया है। प्रतियोगिता का उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी तकनीकों का उपयोग करके युवा सोच में वैज्ञानिक सोच, कम्प्यूटेशनल और डिजाइन सोच, कोडिंग कौशल को बढ़ावा देना है एवं इसके साथ-साथ भारत के भविष्य पर उनके प्रभाव को बढ़ावा देना है। यह प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित की गयी थी। पहला चरण सीखो, दूसरा चरण निर्माण करो और तीसरा चरण दिखाओ। 
महावीर इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक तेजस्व भारद्वाज ने कहा की शिक्षा मंत्रालय, निति आयोग, सी॰बी॰एस॰सी॰ एवं एमेजॉन वेब सर्विस के सहयोग से विद्यार्थियों के लिये यह बहुत ही अच्छी प्रतियोगिता का प्रारम्भ किया गया। जिससे भारत के सभी विद्यार्थियों को एक ही प्लेटफॉर्म पर कप्ंयूटिंग तकनीकों एवं कोडिंग कौशल को अभ्यास करने को अवसर मिलता है और वे कोडिंग प्रतियोगिताओं एक साथ भाग ले सकते हैं तथा भारत की टेक्नोलॉजी उन्नति में सहयोग कर सकते हैं। मुझे आज यह बताते हुए बहुत ही हर्ष हो रहा है की छात्राओं तुलसी चौधरी (कक्षा 12) एवं नुपूर (कक्षा 9) ने एमेजॉन यंग बिल्डर चैंलेंज में हमारे विद्यायल का प्रतिनिधित्व किया, उन्होने कोड.ओआरजी प्लेटफॉर्म पर ऐप लैब और स्प्राइट टूल का उपयोग करके  प्रोेजेक्ट बनाया जिससे हमारे विद्यालय महावीर इंटरनेशनल स्कूल को राष्ट्रीय स्तर पर 100 स्कूलों में चुना गया।
संस्थान की उप-प्रधानाचार्य गरिमा सिंह ने बताया की यह प्रोजेक्ट्स शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और परिवहन पर आधारित थी। सबसे प्रंशता को विषय यह कि हमारे कई विद्यार्थियों इन पर आधारित प्राजेक्ट बनाये, जिससे विद्यार्थियों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं क्लाउड कंम्यूटिंग के प्रति रूचि बढी और एवं अन्य छात्र-छात्राओं ने भी इसी तरह के प्रोजेक्ट में प्रवेश पाने एवं सीखने के लिये उत्साह दिखाया और विर्द्थियों के अभिभावकों ने विद्यायलय में इस तरह के कार्यक्रमों को बढ़ाना देने का सुझाव दिया।
इसी क्रम में स्वाति शर्मा यह प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित किया गई थी, जिसक उद्देश्य भारत के युवाओं में कम्प्यूटेशनल और डिजाइन सोच की रूचि को बढ़ावा देना है क्योकि अभी भी हमारे देश के अधिकतम विद्यायलयों में अभी भी विद्यार्थियों को कोडिंग से जुड़ी योग्यता को प्रतियोगिता के रूप में एक साथ, एक मंच पर लाने को प्लेटफॉर्म नही है। लेकिन देश में ऐसी प्रतियोगिता का प्रारम्भ देश के भविष्य के लिये बहुत ही अच्छा कार्य है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts