नियमित टीकाकरण से लेकर गर्भवती महिलाओं की सभी जांच जरूरी 

- आशा कार्यकर्ता गर्भवती से लेकर नवजात शिशु तक का रखें ध्यान 


बुलंदशहर : स्वास्थ्य विभाग की कड़ी आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम को मज़बूत करने के लिए बुधवार को मासिक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि आशा कार्यकर्ता अपने कार्यों को पूरा करने के लिए एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ अच्छा समन्वय बनाकर कार्य करें। अपनी-अपनी जिम्मेदारियां है, वहीं कुछ जिम्मेदारियां साझा भी होती हैं। सभी मिलकर अपनी जिम्मेदारी को पूरा करें। 

बैठक को संबोधित करते हुए पहासू सीएचसी प्रभारी डा. मनोज कुमार ने कहा, घरों में बच्चों से लेकर गर्भवती तक की देख-रेख की मुख्य रूप से जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ता की है। आशा कार्यकर्ता उन घरों में प्राथमिकता के आधार पर जाएं, जिस परिवार में कोई गर्भवती महिला, नवजात शिशु, दो वर्ष से कम उम्र का बच्चा, कोई कुपोषित या बीमार बच्चा है। घरों का दौरा करते समय एएनएम की भूमिका यह होती है कि वह आशा के साथ उन घरों में जाएं, जहां के लोग ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति की बैठक में नहीं जाते हैं, जिन प्रसूता माताओं, बीमार शिशु को एएनएम की सेवाओं की जरूरत है। वह उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा, इन दिनों घरों में कूलर, छत पर भरे साफ पानी में डेंगू का लार्वा पैदा हो रहा है। इसलिए गांव में लोगों को अपने आस-पास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दें।

बैठक में आशा संगनी शमीना, मंजू शर्मा, दिनेश कुमारी, कंचन वर्मा, सरोज कुमारी, आरती, सौभाग्यवती देवी, सीमा, कुसमा सहित दर्जनों आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता मौजूद रहीं।

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