आलोक रंजन

बिहार में जहरीली शराब ने कई परिवारों की दिवाली काली कर दी बुधवार से अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों की जहरीली शराब ने जान ले ली है। बीते दो दिनों में गोपालगंज में 17 और बेतिया में 9 लोगों की जान जहरीली शराब पीने के चलते गई है। इस साल के दौरान ज़हरीली शराब से अब तक 70 लोग इसके चलते जान गंवा चुके हैं। इस घटनाक्रम से शराब तस्करों पर लगाम कसने की सरकार और प्रशासन की कोशिशों पर भी सवाल उठे हैं। विपक्ष सरकार पर हमलावर है । सरकार को जवाब देते नहीं बन रहा है । बीते दो दिनों में 21 लोगों की जहरीली शराब से मरने की पुष्टि नीतीश सरकार के मंत्री सुनील कुमार ने भी की है। उन्होंने बताया कि बेतिया में 10 और गोपालगंज में 11 लोगों की अवैध शराब पीने से मौत हुई है। इसके अलावा दो अन्य लोगों की बेतिया में जहरीली शराब से मौत होने का संदेह है। फिलहाल इनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। मंत्री सुनील कुमार ने कई लोगों को अस्पताल में भी एडमिट कराने की जानकारी दी है। बेतिया के नौतन प्रखंड दक्षिण तेलवा पंचायत में एक ही गांव के 16 लोगों की मौत से कोहराम मचा है। इस वजह से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। शोक के कारण गांववालों ने दीवाली नहीं मनाई। बेतिया मेडिकल कॉलेज में चार लोग भर्ती हैं। मोतिहारी और गोपालगंज मे भी कुछ लोग चोरी-छिपे इलाज करवा रहे हैं। पुलिस आस-पास के गांव में छापेमारी कर रही है। अब तक दो महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आईजी के अलावा डीएम-एसएसपी सहित सभी वरीय अधिकारी गांव में जमे हुए हैं। कुछ महीने पहले भी बेतिया में जहरीली शराब से 12 लोगों की मौत हो गई थी। हैरानी की बात यह है कि पुलिस उस केस में भी अबतक खाली हाथ है। बिहार में पिछले 10 दिनों में शराब पीने से मौत होने का तीसरा मामला सामने आया है। इस मौके पर बिहार के मंत्री जनक राम ने गोपालगंज का दौरा किया। उन्होंने कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह एनडीए सरकार को बदनाम करने की साजिश है। वहीं पुलिस के अनुसार कुछ मृतकों के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। प्रशासन मौत के कारणों की पुष्टि नहीं कर रहा है। गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि जबतक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती तबतक पुष्टि नहीं की जा सकती। फिलहाल तीन टीमें मामले की जांच कर रही हैं। पुलिस ने घटना के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इस साल जनवरी से लेकर 31 अक्टूबर तक शराब पीने से नवादा, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्परपुर, सीवान और रोहतास जिलों के करीब 70 लोगों की मौत हो गई है। कई लोगों की आंखों की रोशनी तक चली गई है। बता दें कि बिहार में शराबबंदी लागू है। नीतीश सरकार ने 5 अप्रैल, 2016 को बिहार में शराब बनाने, व्यापार करने, रखने, लाने-ले जाने, बेचने और पीने पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बावजूद यहां आए दिन शराब की खेप पकड़ी जाती है और इसके कारण लोगों की मौत होती है।


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