मिट्टी के चूल्हे पर बनाया खरना का प्रसाद
बिहार:- लोक आस्था का महापर्व छठ का रंग सब पर समान रूप से चढ़ गया है। छठी मैया के आगे आम व खास का अंतर मिट गया है। सभी भगवान भास्कर और छठी मैया की आराधना में तल्लीन हो गए हैं। राजनीतिज्ञ भी इससे अछूती नहीं हैं। उप मुख्यमंत्री रेणु देवी समेत कई महिला मंत्री इस बार छठ का व्रत कर रहीं हैं। सोमवार को नहाय-खाय के बाद मंत्रियों ने मंगलवार को खुद खरना का प्रसाद बनाया। अब बुधवार को सभी अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगी। उप मुख्यमंत्री रेणु देवी बेतिया में छठ कर रही हैं, जबकि खाद्य उपभोक्ता मंत्री लेसी सिंह पूर्णिया में।
परिवहन मंत्री बोलीं- नीतीश सरकार करे खूब तरक्की
पहली बार विधायक और फिर मंत्री बनी शीला कुमारी इस बार पहली बार छठ कर रही हैं। वह अपने मायके मधुबनी में छठ का व्रत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि छठी मइया से प्रार्थना है कि नीतीश सरकार दिन दोगुनी-रात चौगुनी तरक्की करे। भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी की पत्नी महापर्व कर रही हैं। अशोक चौधरी ने भी पूरी आस्था से छठी मैया का प्रसाद ग्रहण किया।
25 जिलों के 99 छठ घाटों पर एसडीआरएफ की तैनाती
प्रदेश के 25 जिले में स्थित 99 छठ घाटों पर राज्य आपदा मोचन बल (S D R F) की तैनाती की गयी है। मालूम हो कि राज्य के 13 जिलों में एसडीआरएफ की तैनाती पूर्णकालिक रूप से है। बिहटा स्थित वाहिनी मुख्यालय की सुरिक्षत टीम की तैनाती विभिन्न जिलों के डीएम की मांग के आधार पर किए जाने का निर्देश आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा किया गया है। एसडीआरएफ की टीम छठ घाटों पर दो सौ रबर वोट, दो हजार लाइफ जैकेट, चार सौ लाइफ बोट तथा 27 गोताखोरों के साथ होगी। इस बार एसडीआरएफ को जिन घाटों की जिम्मेदारी दी गई है, उनमें सूर्य मंदिर उलार, कालीघाट पूर्णिया, सुल्तानगंज, भागलपुर, पुनौराधाम, सीतामढ़ी, शिवगंगा पोखर, सिंहेश्वर स्थान, सोनपुर मंदिर घाट, कोनहारा घाट, बेगूसराय, रेवा घाट, संगम घाट, मुजफ्फरपुर, कमला नदी घाट, झंझारपुर शामिल हैं।

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