जनपद की 49 स्टाफ नर्स सहित वार्ड आया को दिया गया प्रशिक्षण
- कार्यशाला में भर्ती करने से लेकर उपचार तक की दी गयी जानकारी
बुलंदशहर, 30 नवम्बर 2021। मदर एण्ड न्यू बोर्न केयर यूनिट' (एमएनसीयू) वार्ड के बेहतर संचालन के लिए कम्युनिटी एम्पावरमेंट लैब (सीईएल) द्वारा स्टाफ नर्स, वार्ड आया को ट्रेनिंग देने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। एमएनसीयू वार्ड के बेहतर संचालन के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की टीम तैयार की जा रही है। कार्यशाला में करीब 49 स्वास्थ्य कर्मियों को सीईएल द्वारा वैज्ञानिक सलाह एवं तकनीकी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। 
जनपद के जिला कस्तूरबा महिला चिकित्सालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) एवं उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से प्रदेश का पहला अत्याधुनिक एमएनसीयू वार्ड तैयार किया जा रहा है, जो कि दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के वार्ड की तर्ज पर बन रहा है। एमएनसीयू वार्ड में सीईएल का तकनीकी सहयोग लिया जा रहा है। जनपद के एमएनसीयू वार्ड के बेहतर संचालन के लिए सीईएल  द्वारा महिला अस्पताल के वार्ड में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें जनपद की करीब 49 स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में स्टाफ नर्स और वार्ड आया को 'मदर एण्ड न्यू बोर्न केयर यूनिट' के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई है। नवजात शिशु को कैसे कंगारु मदर केयर दी जाए, इसके बारे में स्वास्थ्य कर्मियों को जानकारी दी गई । इसके साथ ही केएमसी चेन और अस्पताल से डिस्चार्ज के समय मां और परिजनों की काउंसलिंग पर चर्चा की गई। 
सीईएल की नर्सिंग कोच सीमा यादव ने बताया कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य अस्पताल के स्टाफ को एमएनसीयू के प्रभावी संचालन के लिए दक्ष कराना है। कार्यशाला में सीईएल की अग्रिमा कमलेश सहित प्रिया चतुर्वेदी का सहयोग रहा है। कार्यशाला में सोबी, बृजेश, नीलम, अनुराधा, रेनू, पुष्पा सहित कई अन्य स्टाफ नर्स को ट्रेंनिग दी गई।


20 बेड का बनेगा एमएनसीयू वार्ड
जनपद में उपचार के अभाव में होने वाली नवजात शिशु मृत्यु दर को रोकने के लिए जल्दी ही 20 बेड का एमएनसीयू वार्ड खुलने जा रहा है, जिसमें कम वजन, समय से पूर्व पैदा होने वाले नवजात शिशुओं को उनकी माता के साथ भर्ती किया जा सकेगा।


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