17 समर्पित अंतर्राष्‍ट्रीय मालवाहक जहाजों का नवंबर से बेंगलुरु के जरिए संचालन होगा

कार्गो एक्सप्रेस टर्मिनल के विस्तार से दक्षिण और पश्चिमी भारत के उपभोक्ताओं को माल की डिलिवरी काफी जल्दी, 24 घंटे के भीतर मिल सकेगी
बेंगलुरु, 2021 : दुनिया के सबसे प्रमुख एक्सप्रेस सर्विस प्रदाता, डीएचएल एक्सप्रेस,  ने अगले 10 सालों में 22 मिलियन यूरो (200 करोड़ रुपये) के निवेश के साथ भारत के बेंगलुरु में इंडस्ट्री का सबसे बड़ा कार्गो टर्मिनल खोला है। केम्‍पेगौड़ा इंटनेशनल एयरपोर्ट पर स्थित जिस नए बेंगलुरु गेटवे का डीएचएल एक्सप्रेस ने विस्तार किया है, वह 112,000 वर्ग फीट तक फैला है। यह किसी भी पहले स्थापित किए गए कार्गो टर्मिनल से चार गुना से अधिक बड़ा है।  
अपनी पूर्ण क्षमता से काम करने पर यह नया और विस्तृत कार्गो टर्मिनल हर साल 90 हजार टन से ज्यादा के शिपमेंट्स को हैंडल कर सकता है। इस विस्तारित बेंगलुरु गेटवे की अतिरिक्त क्षमता से डीएचएल एक्सप्रेस  12 से 24 घंटे तक  तेज कनेक्शन ऑफर करने और भारत में आयात किए गए सामान की डिलिवरी तेजी से करने में सक्षम होगा। इससे शिपमेंट के पिकअप पर रोजाना लगने वाले समय में 60 मिनट की कटौती होगी।  
डीएचएल एक्सप्रेस एशिया पेसिफिक के सीईओ केन ली ने कहा,  “दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में भारत ग्लोबल डीएचएल नेटवर्क का सबसे प्रमुख कनेक्टिंग पॉइंट है।  बेंगलुरु गेटवे  एशिया- प्रशांत में अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के हमारे 750 मिलियन यूरो के निवेश का हिस्सा  है। इससे देशों और विभिन्न कारोबारियों के लिए कनेक्टिवटी बढ़ेगी। विदेश से काफी मात्रा में होने वाले आयात और निर्यात ने बेंगलुरु में आने वाले कार्गो की मात्रा बढ़ा दी है। हमारा नया कार्गो टर्मिनल अगले कुछ सालों में अपने एयरपोर्ट पर 1 मिलियन टन को संभालने की क्षमता की बेंगलुरु की रणनीति को समर्थन देगा। 
सीबीआइसी के प्रिंसिपल डीजी सिस्‍टम्‍स बरुआ सैलजा रे ने कहा, “बेंगलुरू में डीएचएल एक्‍सप्रेस के सबसे बड़े एक्‍सप्रेस टर्मिनल का लॉन्‍च देशभर में एक्‍सप्रेस लॉजिस्टिक्‍स की वृद्धि को सहयोग करेगा। डीएचएल ने क्लियरेंस का मजबूत सिस्‍टम बनाया है और बेंगलुरू में यह नई एवं विस्‍तारित फैसिलिटी व्‍यापार को और बढ़ावा देगी तथा व्‍यापार एवं राष्‍ट्र को शानदार सेवा मुहैया कराएगी। यह फैसिलिटी डिजिटलीकरण को बढ़ाएगी और कारोबार करने में आसानी लाएंगी, ये दोनों ही चीजें भारत के लिए प्रमुख रणनीतिक उद्देश्‍य हैं।”
लॉन्‍च पर एम. श्रीनिवास, चीफ कमिश्‍नर, कस्‍टम्‍स, कर्नाटक ने कहा, “डीएचएलएक्‍सप्रेस द्वारा बेंगलुरू में लॉन्‍च अत्‍याधुनिक फैसिलिटी भावी विकास को ध्‍यान में रखकर तैयार की गई है। और यह उद्योग में एक स्‍वागतयोग्‍य ट्रेंड है। यह फैसिलिटी हमारे देश के लिए वृद्धि को गति देने में प्रमुख भूमिका निभाएगी। साथ ही क्षेत्र में वृद्धि को बढ़ावा देगी। हमारा फोकस सुरक्षा और ऑटोमेशन के स्‍तर पर है जिससे फिजिकल हैंडलिंग में कमी आई है और यह काफी सराहनीय है।”
डीएचएल एक हफ्ते में 11 अंतरराष्ट्रीय मालवाहक जहाज, 30 इंटरनेशनल कमर्शल एयरलाइंस और 70 घरेलू फ्लाइट्स संचालित करती है। इस समय बेंगलुरु गेटवे अपने बेजोड़ ग्लोबल नेटवर्क से दक्षिणी और पश्चिमी भारत को 220 से ज्यादा देशों और क्षेत्रों से कनेक्ट करता है। नवंबर 2021 तक मौजूदा बेड़े में छह अतिरिक्‍त समर्पित इंटरकॉन्टिनेंटल मालवाहक जहाज शामिल होंगे, जिससे बेंगलुरु होकर संचालित होने वाले कुल एयरक्राफ्ट्स की संख्या 17 को जाएगी। 
गेटवे का प्रमुख निर्यात कारोबार का मार्ग बेंगलुरु उत्तर अमेरिका और यूरोप है, जबकि शहर के लिए प्रमुख आयात मार्ग एशिया प्रशांत और यूरोप है। बेंगलुरु में यह विस्तारित गेटवे इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोटिव, लाइफ साइंसेज, मेडिकल, फैशन इंडस्ट्री को काफी विस्तृत क्षमता के साथ सहयोग प्रदान करेगा। आधारभूत ढांचे के विस्तार और अतिरिक्त समर्पित डीएचएल फ्लाइट्स से लैस होकर इन कारोबारी मार्गों को बढ़ी हुई क्षमता और रफ्तार का  ज्यादा लाभ मिलेगा।  
डीएचएल एक्सप्रेस इंडिया के एसवीपी और प्रबंध निदेशक आर. एस. सुब्रमण्यिन ने कहा, “10 साल पहले डीएचएल ने बेंगलुरु में अपना पहला मालवाहक जहाज उतारा था। इसी के साथ केम्‍पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गेटवे भी खोला गया था। इसके बाद हमने यहां आने वाले सामान की मात्रा में काफी तेजी से उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई। हमने 22 मिलियन यूरो के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है, जो विकास की क्षमता का प्रमाण है। मार्केट में नेतृत्व की स्थिति को बरकरार रखते हुए हम लगातार अपने इंफ्रास्ट्रक्चर, तकनीक और मानव संसाधन में निवेश करते रहेंगे। इससे देश के आर्थिक विकास को हम समर्थन दगे। इससे भारतीय निर्यातकों और आयातकों को अपने कारोबार को बढ़ाने में मदद मिलेगी।” 


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