मुजफ्फरनगर, 11 अक्टूबर 2021। । चरथावल कस्बे में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) में पर सोमवार को टीबी ग्रसित बच्चों को पोषाहार वितरित किया गया। इस अवसर पर 0-18 वर्ष  आयु वर्ग तक के पांच बच्चों को टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लेने के कार्यक्रम के तहत 5 बच्चों को बीडीओ सहित कई डॉक्टरों चिकित्सकों ने गोद लिया है। सीएचसी प्रभारी डॉ.क्टर सतीश कुमार ने बच्चों को गोद लिए जाने की प्रशंसा की।, गोद लेने वाले बच्चों को पोषक खाद्य सामग्री वितरित की गई। चरथावल सीएचसी के अंतर्गत आने वाले गाँव के क्षय रोग से ग्रसित 18 साल से कम उम्र के बच्चों को टीबी विभाग के कर्मचारियों के सहयोग से बीडीओ तुलसीराम प्रजापति, चिकित्सा अधीक्षक डॉ.क्टर सतीश कुमार,पीएचसी प्रभारी बहेड़ी डॉक्टर डॉ. आसिफ,फार्मासिस्ट मनोज त्यागी ने टीबी ग्रसित बच्चों को गोद लिया एवं पोषण आहार वितरित किया गया। इस अवसर पर अमित कुमार त्यागी,सचिन कुमार,प्रमोद कुमार एवं रजनीश कुमार का पूर्ण सहयोग रहा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. लोकेश चंद गुप्ता ने बताया कि सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के आह्वान पर टीबी ग्रसित बच्चों को गोद लेने का कार्यक्रम भावनात्मक और सामाजिक सहयोग के लिए शुरू किया गया है। डीटीओ ने कहा कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन प्रधानमंत्री की प्राथमिकता वाला कार्यक्रम है। सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लेकर उन्हें भावनात्मक सहयोग प्रदान करने की परंपरा इन बच्चों के लिए बहुत सुखद प्रयास है।
सीएचसी प्रभारी डॉ.क्टर सतीश कुमार ने बताया कि टीबी ग्रसित बच्चों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा  निशुल्क दवा दी जाती है। समय-समय पर उनकी काउंससिलिंग भी की जाती है, जिससे इनके इलाज में किसी भी तरह की बाधा न आए और नियमित रूप से दवा का प्रयोग करते रहें। सरकार की ओर से टीबी के हर मरीज को इलाज के दौरान निक्षय पोषण योजना के तहत उपचार चलने तक प्रतिमाह 500 रुपये दिए जाते हैं। यह धनराशि उनके बैंक खाते में सीधे भेजी जाती है, ताकि वह पौष्टिक आहार का सेवन कर सकें।

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