बोस्टन। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत में काेयले की कमी से बिजली संकट उत्पन्न होने को खारिज करते हुये कहा है कि उनके देश में कोयले की कोई कमी नहीं है और भारत बिजली अतिशेष वाला देश है। उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी की घटना पर कहा कि किसानों की मौत निदंनीय है और इस घटना की कानून के तहत जांच हो रही है।
श्रीमती सीतारमण अपनी एक सप्ताह की अमेरिका यात्रा के दौरान हार्वर्ड केनेडी स्कूल में एक परिचर्चा के दौरान पूछे गये सवालों के जबाव में ये बाते कही। उनसे पूछा गया था कि प्रधानमंत्री और वरिष्ठ मंत्री लखीमपुर घटना पर कुछ नहीं बोले हैं। इस पर सीतामरण ने कहा कि लखीमपुर की हिंसा में 4 किसानों का मारा जाना बेशक निंदनीय है, लेकिन देश के दूसरे इलाकों में भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं। ऐसी हर घटना को बराबरी से उठाना चाहिए, न कि तब जब कि वे आपके माफिक हों। सिर्फ इसलिए यह मुद्दा नहीं उठना चाहिए कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है।
उन्होंने कहा, 'मैं चाहूंगी कि आप सभी लोग और डॉ. अर्मत्य सेन जो भारत को अच्छी तरह जानते हैं उन्हें हर बार ऐसे मुद्दों को उठाना चाहिए। मेरे कैबिनेट सहयोगी के बेटे शायद मुश्किल में हैं और ये मान भी लें कि जो कुछ हुआ उन्होंने ही किया, किसी और ने नहीं किया, तो भी कानून के तहत जांच प्रक्रिया पूरी होगी। मेरी पार्टी या प्रधानमंत्री इस मामले को लेकर रक्षात्मक नहीं है, बल्कि भारत को लेकर रक्षात्मक है। मैं भारत की बात करूंगी, मैं गरीबों को न्याय की बात करूंगी। हमें तथ्यों पर बात करनी चाहिए। यही मेरा जवाब है

मोसावर-रहमानी सेंटर फॉर बिजनेस एंड गवर्नमेंट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान श्रीमती सीतारमण ने हार्वर्ड के प्रोफेसर लॉरेंस समर्स के ऊर्जा में कमी और भारत में कोयले की कमी से संबंधित खबरों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि देश में किसी चीज की कोई कमी नहीं है और कोयला संकट की खबरें निराधार है। बिजली मंत्री आर के सिंह ने दो दिन पहले ही स्पष्ट किया है कि कोयला संकट या अन्य माल की कमी की खबरें पूरी तरह निराधार हैं। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि हर विद्युत उत्पादन संयंत्र में अगले चार दिनों का कोयला उनके परिसर में पूरी तरह उपलब्ध है और आपूर्ति श्रृंखला बिल्कुल भी नहीं टूटी है।

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