सीएमओ कार्यालय के बाहर सडक पर लगाया जाम , आशा संगिनी के बेहोश होने मची अफरा तफरी 

मेरठ। सोमवार को जिले आशा कार्यकत्रियों ने विभिन्न मांगों को लेकर पर उतर आयी। पहले कलेक्ट्रेट व कमिश्नरी पर जमकर प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को पूरा करने के लिये कहा। इसके बाद वह सीएमओ कार्यालय जा पहुंची। जहां पर उन्होंने सडक पर बैठ की सडकों को जाम कर दिया। इसी दौरान रजपुरा ब्ॉलाक की आशा संगिनी बेहोश हो गयी। जिससे आनन  फानन में उपचार के लिये ले जाया गया। सीएमओ डा अखिलेश मोहन ने आशा की मांगों को शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। 



 रालोद नारी शक्ति प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्षा आरती मलिक के नेतृत्व में  जिले की आशा कार्यकत्री अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची । जहां पर उन्होंने नारेबाजी करते हुए  जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मांगों को पूरा करने की मांग की। उनका कहना था कि उन्हें सरकारी राज्य सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। आशा व आशा संगिनी को समान वेतन दिया जाए। कार्य क्षेत्र में  आशा को  पूर्ण सुरक्षा देने के साथ आशा की मृत्यु होने पर उसके परिवार को50 लाख की धनराशि दी जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गये हर कार्य का पैसा निर्धारित समय दिया जाए। प्रत्येक आशा व आशा संगिनी व परिवार के सदस्यों को मुफ्त उपचार की सुरक्षा उपलब्ध करायी जाए। इसके बाद सभी सीएमओ कार्यालय पर पहुुंची। जहां पर उन्होने नारेबाजी की।इस दौरान सभी सीएमओ कार्यालय  के बाहर सभी रास्तों को जाम करते हुए सडकों पर बैठ गयी। जिससे कारण लोगों को  काफी परेशानी का सामना करना पडा। इस दौरान रजपुरा ब्लॉक की आशा संगिनी आशा शर्मा नारेबाजी करते हुए  बेहोश  होकर गिर पडी । आशा संगिनी के  बेहोश होने पर अफरा तफरी मच गयी। आनन फानन में  उन्हें सीमएओ कार्यालय में  ले जाया गया। इसी बीच सीएमओ डा अखिलेश मोहन विकास भवन से सीएमओ कार्यालय पहुुंचे तो उन्हें भी बाहर ही कार से उतर पैदल  ही सीएमओ कार्यालय जाना पडा पडा। उन्होंने आशा  कार्यकत्रियों से कहा कि  उनकी मांगों को शासन को भेजा जाएगा। वेतन की बढाने मामला उनके हाथ में नही है। 




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