धार्मिक गतिविधियां संचालन को लिखा मुख्यमंत्री को पत्र 


नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली प्रांत ने दिल्ली सरकार से मंदिरों को खोले जाने की मांग की है। इस सबंध में विहिप ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को एक पत्र लिखकर मंदिरों में धार्मिक गतिविधियां पूर्व की तरह संचालित करने की अनुमति प्रदान करने की मांग की है। 
 बता दें कोरोना के कारण भीड़ नियंत्रण के अंतर्गत कई प्रकार की गतिविधियों पर सरकार द्वारा प्रतिबन्ध लगा दिया गया था, जो गत महीनों में चरणबद्ध तरीके से हटाई जाने लगी हैं। लेकिन मंदिरों में श्रद्धालुओं के आने.जाने पर अभी भी रोक लगी है। जबकि बाजार, स्कूल समेत सभी प्रकार की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियां सामान्य रूप से चलने लगी हैं। हाल ही में 1 सितम्बर से विद्यालयों को भी खोलने का निर्णय लिया जा चुका है। हिन्दू समाज लगातार प्रतीक्षा कर रहा है कि दिल्ली सरकार द्वारा मंदिरों को भी अपनी धार्मिक गतिविधियां शुरू करने की अनुमति मिलनी चाहिए। अत: विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली ने दिल्ली सरकार से अनुरोध किया है कि तत्काल प्रभाव से मंदिरों को खोलने की अनुमति प्रदान की जाए। सरकार के द्वारा हर मस्जिद को लगभग 50,000 रूपये प्रतिमाह अनुदान दी जाती है ,जिससे उससे जुड़े लोगो का जीवन यापन होता रहा है। वहीं मंदिरों के साथ दोहरा व्यवहार हो रहा है। मंदिरों से सरकार टैक्स के रूप में करोड़ो कमाती है और उन पैसो का उपयोग मस्जिद और अन्य धार्मिक गैर हिन्दू संरचना के निर्माण में व्यय होता है।विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली प्रांत अध्यक्ष कपिल खन्ना ने कहा है कि सरकार को राजस्व देने वाले मंदिरों के समक्ष कोरोना कालखंड में आई चुनौतियों का समाधान करते हुए उन्हें तत्काल खोले जाने की अनुमति प्रदान की जाए।



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