मेरठ। विवादों से घिरे सचिन चौधरी का मामला अब रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चैधरी के दरबार तक पहुंच गया है। कुछ लोगों ने कहा कि फर्जी डिग्री को लेकर सचिन चैाधरी विवाद में फंस गए थे तथा उनको विश्वविद्यालय अध्यक्ष पद भी गवाना पड़ा था।
अब जिस तरह से जयंत चौधरी के सामने यह मामला उठा है, फिर से उस पर गाज गिर सकती है। ऐसी संभावनाएं जतायी जा रही हैं। सचिन पर आरोप था कि फर्जी मार्कशीट लगाकर यूनिवर्सिटी में प्रवेश पा लिया था। यही नहीं, तब विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव भी लड़ा था,और उसमें जीत भी हासिल की थी। पूरा मामला सुर्खियों में बना तो उसकी फर्जी डिग्री का मामला सामने आ गया था। विश्वविद्यालय ने इस मामले में कार्रवाई कर की थी,जिसमें समिति की रिपोर्ट आने के बाद यह माना गया था कि सचिन का गलत एडमिशन हुआ था। इसको आधार बनाते हुए उसे यूनिवर्सिटी से निकाल दिया था तथा एक शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी। अब फिर से सचिन चौधरी का मामला रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के सामने आया हैं। यह माना जा रहा है कि रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी को इस मामले में गुमराह किया गया और इसकी शिकायत जयंत चौधरी से की गई है। इससे अन्य कार्यकर्ताओं में खलबली मची हुई, क्योंकि संदिग्ध व्यक्ति के हाथ में कमान सौंपने का मतलब है अपनी पार्टी की छवि को खराब करना। इसलिए सभी युवाओं का मत है कि ऐसे किसी संदिग्ध व्यक्ति के हाथ में युवा रालोद के जिलाध्यक्ष की कमान ना सौंपी जाए।
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