मेरठ ।शोभित विश्वविद्यालय में  ज्ञानार्जन सीरीज  क्रम में “ पुलिस  विवेचना की पेचीदिगिया  तथा अपराधिक विचारण में डिजिटल साक्ष्य का महत्व” विषय पर विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन स्कूल ऑफ ला एंड इंस्टीट्यूशनल स्टडीज ( विधि विभाग ) द्वारा  किया गया।
 मुख्य वक्ता महेश  कुमार मिश्रा , पूर्व डी आई जी , उत्तर प्रदेश पुलिस एवं डॉ राजेश सिंह एसोसिएट प्रो पारूल यूनिवर्सिटी रहे | 
कार्यक्रम की शुरुआत विधि विभाग के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ इमरान के द्वारा मुख्य वक्ताओं का परिचय कराने के उपरांत प्रारंभ हुआ | कार्यक्रम का संचालन विधि विभाग की असिस्टेंट प्रो नेहा भारती द्वारा  किया गया |  
मुख्य वक्ता महेश कुमार मिश्रा द्वारा  विस्तार पूर्वक बताया गया कि किस प्रकार पुलिस विवेचना करती है किन स्थानों पर पुलिस  विवेचना में चूक कर देती है डिजिटल साक्ष किस प्रकार रिकॉर्ड किया जाता है तथा  उसका साक्षी मूल्य क्या होता है। उन्होंने कुछ  घटनाओं का उदाहरण देते हुए पुलिस विवेचना के बारे में बताया जैसे कि आरुषि हत्याकांड में पुलिस व सीबीआई के द्वारा विवेचना में कहां-कहां क्या-क्या कमी रही उन्होंने इसी संदर्भ में फिरोजाबाद व प्रतापगढ़ घटित हुई कुछ घटनाएं तथा उनकी पुलिस विवेचना के बारे में बताया।
उन्होंने दहेज हत्या का साक्ष्य तथा मृत्यु कालीन कथन  का रिकॉर्ड किया जाना तथा उसका शैक्षिक मूल्य क्या है और बताया कि बहुत से मामलों में तो न्यायालय के द्वारा अभियुक्त को मृत्यु कालीन कथन पर सजा की गई है | 
दूसरे वक्ता डॉ राजेश सिंह द्वारा प्रथम सूचना रिपोर्ट से लेकर विवेचना तथा विचारण के बारे में विस्तार से बताया तथा परीक्षा पुनः परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा के दौरान पूछे जाने वाले कुछ प्रश्नों के बारे में बताया | 
डॉ राजेश सिंह ने बताया कि जब साक्ष्य पर्याप्त ना हो तो न्यायालय अभियुक्त को आरोप मुक्त कर देता है | यह भी बताया कि जब पुलिस प्रथम सूचना रिपोर्ट ना लिखे तो आम व्यक्ति के क्या अधिकार हैं तथा वह किस प्रकार मजिस्ट्रेट के द्वारा अपनी प्रथम सूचना रिपोर्ट थाने में दर्ज करा सकता है और किस प्रकार न्यायालय अपराधिक मामले का संज्ञान लेता है | 
उन्होंने छात्रों से  अपील की कि हमें न्यायालय का सम्मान करना चाहिए तथा न्यायालय  का नाम सम्मान पूर्वक लेना चाहिए | कार्यक्रम के अंत में विधि विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर मोहम्मद आमिर द्वारा दोनों मुख्य वक्ताओं तथा कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया | इस कार्यक्रम के दौरान विधि विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर पवन कुमार, कुलदीप कुमार महक बत्रा अंजली उपाध्याय नेहा भारती का विशेष योगदान रहा |

No comments:

Post a Comment

Popular Posts