साझा प्रयास नेटवर्क के तहत महिलाओं के लिए अनोखी पहल: सीएमएस


मेरठ। मां बनना किसी भी महिला के लिए सबसे बड़ा सुख है।  मां बनने के बाद एक महिला की जिंदगी उसकी नहीं बल्कि अपनी संतान की हो जाती है। हर महिला का सपना होता है कि वह खुद भी स्वस्थ रहे और स्वस्थ बच्चे को जन्म दें। इसके साथ ही हर मां के लिए यह भी जरुरी है कि पहले बच्चे से दूसरे बच्चें के बीच अंतराल हो जिससे बच्चे का सही से पालन.पोषण हो सके। 
   इसी सपने को साकार करने के लिए सरकार की और से प्रधानमंत्री मातृत्व सप्ताह की शुरुआत की गई। जिसके तहत महिलाओं की प्रसव पूर्व जांचए बल्ड प्रेशर आदि की जांच की गई। इस दौरान साझा प्रयास नेटवर्क की ओर से ग्रामीण समाज विकास केंद्र ने प्रधानमंत्री मातृत्व सप्ताह में कार्यक्रम में भाग लिया और महिलाओं को सुरक्षित गर्भ समापन के साथ.साथ परिवार नियोजन के साधनों के बारे में बताया। 
जिला महिला  अस्पताल की सीएमएस   डा मनीषा अग्रवाल ने बताया कि आज प्रधानमंत्री मातृत्व सप्ताह के तहत ४३९  महिलाओं की जांच की गई। कार्यक्रम में साझा प्रयास नेटवर्क की ओर से सामाजिक संस्था ग्रामीण समाज विकास केंद्र ने प्रतिभाग किया और प्रोग्राम एंड रिसर्च ऑफिसर ने महिलाओं को सुरक्षित गर्भ समापन व परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी तथा परिवार नियोजन के साधनों पर भी विस्तृत चर्चा की। साझा प्रयास की ओर से यह अनोखी पहल है जो सराहनीय है। इस प्रयास से महिलाओं को सुरक्षित गर्भ समापन के बारे में अधिक बारीकी से जानने का मौका मिला। जो हर महिला के अति आवश्यक भी है। इससे ना सिर्फ महिला की जान के जोखिम को बचाया जा सकता है बल्कि बढ़ती जनसंख्या की समस्या को भी समझा जाएगा। इस दौरान सीएमएस डा.मनीषा अग्रवाल, नर्स, आशा.एएनएम, प्रोग्राम एंड रिसर्च ऑफिसर आदि लोग उपस्थित रहे।


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