हिमाचल प्रदेश: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छोटा शिमला स्थित कुसुम्पटी में पोषण माह- 2021 अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता महिला एवं बाल विकास विभाग की अतिरिक्त निदेशक एकता कप्टा ने की।
उन्होंने दीप जलाकर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया और इस अवसर पर हस्ताक्षर अभियान, पोषण वाटिका में पौधारोपण, स्थानीय व्यंजनों पर आधारित प्रदर्शनी व स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों पर लगाए गए स्टॉल का भी शुभारंभ किया।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए एकता कप्टा ने कहा कि पोषण व्यक्ति के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है, वैसे ही हमारे दैनिक आहार में लवण, विटामिन, प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों का होना आवश्यक है। आज के इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों तक पोषण की महत्ता का संदेश लेकर जाना है।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2022 तक भारत को कुपोषण मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है और इसके लिए समग्र पोषण योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य शिशुओं, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पर्याप्त पोषण उपलब्ध करवाना है। इसकी टैगलाइन “सही पोषण देश रोशन” रखी गई है। प्रदेश में भी विभाग के माध्यम से इस योजना के क्रियान्वयन के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि पोषण माह-2021 के दौरान प्रत्येक सप्ताह के लिए अलग विषय वस्तु (थीम) रखी गई है। इसमें 1 सितंबर से 7 सितंबर तक पोषण वाटिका अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण से संबंधित गतिविधियां आयोजित की गई। 8 से 15 सितंबर तक योग और आयुष सप्ताह मनाया गया। 16 से 23 सितंबर तक क्षेत्रीय पोषण किट आंगनवाड़ी लाभार्थियों के माध्यम से बांटी गई। 24 से 30 सितंबर तक गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें पौष्टिक भोजन वितरण करवाया जा रहा है।
उन्होंने पोषण अभियान को सफल बनाने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी की सराहना की। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सभी क्षेत्रों में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाने के साथ-साथ जिला प्रशासन के विभिन्न कार्यों में भी उनका सराहनीय योगदान रहता है।उन्होंने इस अवसर पर गोद भराई, अन्नप्राशन, बधाई संदेश, शगुन योजना के लाभार्थियों को सम्मानित किया और पोषक तत्वों से निर्मित एक केक भी काटा। उन्होंने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प सप्ताह के अंतर्गत वरिष्ठ नागरिक कृष्ण कुमार शर्मा को भी सम्मानित किया और सभी उपस्थित जनों को पोषण की शपथ दिलाई।जिला कार्यक्रम अधिकारी वंदना चौहान ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि “कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामें क्षेत्रीय भोजन की डोर” आज के कार्यक्रम की मुख्य विषय वस्तु रही है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी शिमला (शहरी) ममता पॉल, मशोबरा से रूपा राणा तथा स्थानीय पाठशाला की प्रधानाचार्य भी इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित थी।समारोह में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने आईसीडीएस तथा अन्य योजनाओं पर आधारित नाटियां एवं गंगी भी प्रस्तुत की। महिलाओं एवं बच्चों के लिए प्रारंभ की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों ने अपने अनुभव भी साझा किए।

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