बाढ़ के पानी में तैरता दिखा कंक्रीट का मकान

लखनऊ (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में बरसात में बाढ़ की तबाही ने पूर्वी उत्तर प्रदेश को भी अपनी चपेट में ले लिया है। बांदा में केन और यमुना नदी अपना रौद्र रुप दिखा रही हैं। इसके चलते प्रयागराज, मिर्जापुर तथा वाराणसी में बाढ़ से बड़ी आबादी प्रभावित है। बाढ़ के सैलाब में आबादी के क्षेत्र के साथ ही जंगल भी डूबे हैं।
मिर्जापुर के बरियाघाट पर तैरते मकान को देख लोग आश्चर्य में पड़ गए। ज्यादातर लोग इस बात को लेकर आश्चर्यचकित थे कि आखिर ईंट पत्थर से निर्मित घर कैसे तैर सकता है। मिर्जापुर में बाढ़ का पानी सड़कों पर बह रहा है। जिले में खतरे का निशान पार कर तीन दिनों से रौद्र रूप धारण किए रही गंगा नदी की रफ्तार में गुरुवार को कमी थी। इसके बाद भी नदी में पानी की तेज धारा बाढग़्रस्त क्षेत्रों की दुश्वारियों को बढ़ा रही थी। मिर्जापुर में छानबे, कोन, सिटी, मझवां, पहाड़ी, सीखड़, नरायनपुर विकास खंड समेत विंध्याचल व चुनार के तटवर्ती इलाकों में अधिकांश गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। बाढ़ के कारण हजारों एकड़ खेत जलमग्न हो गए हैं। यहां पर खरीफ फसल के साथ सब्जियों की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गयी है।
गाजीपुर में सीएम योगी ने लिया बाढ़ का जायजा
गाजीपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार की सुबह वाराणसी से गाजीपुर पहुंचे। इस दौरान गहमर इंटर कालेज में बाढ़ के मद्देनजर राहत और बचाव कार्य के हालात का जायजा लिया। गहमर इंटर कालेज में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात के दौरान ही बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री भी मुख्‍यमंत्री ने वितरित की।
इस दौरान सीएम ने सभा में बाढ़ पीड़‍ितों के हित के लिए किए जा रहे सरकार के प्रयासों से अवगत कराते हुए तैयारियों के बारे में भी जानकारी दी। बाढ़ पीड़‍ितों को भरोसा दिलाया कि सरकार के सभी प्रयास बाढ़ पीड़ि‍तों के लिए पूरे मनोयोग से किए जा रहे हैं।

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