- महेंद्र सिंह


अधिकांश छात्र पढ़ने बैठते हैं, तो उनका मन पढ़ने में नहीं लगता है, तथा सामने रखी हुई पुस्तक से उनका ध्यान हटकर, कुछ और ही विचार उनके मन में आने लगते हैं, जिसके कारण वह अपनी पढ़ाई पर सही से ध्यान नहीं दे पाते हैं और परीक्षा में कम अंक प्राप्त होते हैं। आप यदि समय सारणी बनाकर पढ़ाई करने का प्रयास करेंगे तो, आपका विषय के अनुसार मन भी बदलता रहेगा जिसके कारण आप पढ़ाई में बोर नहीं होंगे। जब पढनें में मन ना लगे तो क्या करें ? इस बारे में हम विस्तार से बता रहे हैं-
पढ़ाई में ध्यान न देना
छात्र पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते हैं, क्योंकि उनको इसका महत्व सही से ज्ञात नहीं होता, यदि आप घर में किसी बड़े भाई- बहन या स्कूल में किसी शिक्षक से मोटिवेट हो जाये, तो आप स्वयं ही अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने लगेंगे, इससे आप प्रतिदिन का कार्य समय पर ही समाप्त करेंगे और पढ़ाई को विशेष महत्व देंगे।
नकारात्मक सोच
छात्र अधिकतर नकारात्मक विचारों पर अधिक ध्यान देने लगते हैं, जिससे वह अधिक समय तक अपने टॉपिक पर ध्यान नहीं दे पाते हैं और उनका मन इसी नकारात्मक विचारों के कारण परीक्षाओं से भयभीत होने लगते है और वह परीक्षा में सही प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं।
एकाग्रता
जब भी आप पढ़ाई करने जा रहे हों, उस समय आपकी एकाग्रता केवल अपने टॉपिक पर ही होना चाहिए, इस समय किसी और विषय के बारे में नहीं सोचना चाहिए। इसके लिए आप किसी एकांत स्थान पर ही अपनी पढ़ाई करे, पढ़ाई करते समय आप टेलीविजन, रेडियों एवं मोबाइल का प्रयोग न करें।
अनुभव
पढ़ाई करने में भी अनुभव काम आता है, आप अपनी छोटी गलतियों से सीखनें का प्रयास करे, पुस्तक में पढ़ते समय चित्रों की सहायता ले जिससे आपको छोटी- बड़ी सब बातें आसानी से याद रहेंगी।
पढ़ने का तरीका
आपको सदैव पढ़ाई कुर्सी और मेज पर ही करनी चाहिए, बिस्तर पर लेट कर कभी भी पढ़ाई न करें, इससे आपको नींद आ जाएगी और आप का समय व्यर्थ होगा।
समय सारणी
पढ़ाई करने के लिए आपको एक समय सारणी बनानी चाहिये, जिसका सही से पालन किया जाना चाहिए, समय सारणी में प्रत्येक विषय के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए। 45 मिनट से अधिक लगातार पढाई का समय, समय सारणी में ना रखें और बीच-बीच में 5-10 मिनट का ब्रेक अवश्य लें, आपको दिन या रात जिस समय पढने में आसानी होती है, उसी के अनुसार अपनी समय सारणी बनायें।

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