सामने न आने पर परिवार वालों की कर रहे हत्या


काबुल (एजेंसी)। अफगानिस्तान पर कब्जा जमाते ही तालिबान ने किसी से बदला न लेने का वादा किया था, लेकिन उसका यह वादा महज दुनिया की आंखों में धूल झोंकना था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो तालिबानी आतंकी अफगानिस्तान में घर-घर जाकर उनकी तलाशी कर रहे हैं जो अमेरिकी फौजों के मददगार रहे हैं। सामने न आने पर तालिबान उनके परिवार वालों की हत्या तक कर रहा है।
अमेरिकी सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी रेयॉन रोजर्स ने बताया कि उन्होंने 2010 में जिस दुभाषिए के साथ काम किया था, उसे तालिबानियों ने काबुल एयरपोर्ट पर पकड़ लिया और पूर्व अफगानी कमांडर को मार दिया।
अफगानिस्तान में विदेशी मीडिया हाउस के लिए काम करने वाले पत्रकारों को भी तालिबान अपना निशाना बना रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार एक जर्मन न्यूज चैनल के पत्रकार को तालिबान ढूंढ रहा है। कुछ आतंकियों ने उसके घर में जाकर तलाशी भी ली। पत्रकार के न मिलने पर परिवार के एक सदस्य की हत्या भी कर दी गई। इससे पहले भारत के पुलित्जर अवार्ड विजेता दानिश सिद्दकी की हत्या भी तालिबान ने की थी। इसके अलावा अमदादुल्लाह हमदर्द की भी दो अगस्त को हत्या कर दी गई थी।
रेडियो टीवी अफगानिस्‍तान में महिलाओं के काम पर रोक
 अफगानिस्‍तान पर कब्‍जे के बाद तालिबान का क्रूर चेहरा एक बार फिर सामने आने लगा है। महिलाओं को लेकर जिस तरह के बयान तालिबान दे रहा था अब उसकी भी कलई खुल गई है।गौरतलब है कि तालिबान ने कहा था कि महिलाएं पहले की ही तरह अपना काम कर सकती हैं। उसने ये भी कहा था कि वो महिलाओं का अपनी सरकार में स्‍वागत करेगा। लेकिन, अब ये बातें झूठी साबित हो रही हैं। शबनम खान दावरान ने इसका जिक्र किया है। शबनम रेडियो-टीवी अफगानिस्‍तान (आरटीए) में काम करती हैं। लेकिन, अब हालात पूरी तरह से बदल चुके हैं। काबलु पर तालिबान के कब्‍जे के बाद जब वो अपने काम पर वा‍पस गईं तो उन्‍हें वहां मौजूद तालिबानी आतंकियों ने अंदर नहीं जाने दिया।
भारतीय दूतावास में ताला तोड़कर घुसे तालिबानी - दफ्तरों की ली तलाशी
 अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होते ही तालिबान ने पैंतरे भी चलने शुरू कर दिए हैं। भारत के साथ वह वही चाल चल रहा है जो चीन और पाकिस्तान चलता आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से सामने आया है कि तालिबान ने काबुल पर कब्जा जमाते ही भारत से संपर्क साधा था और रिश्ते न तोड़ने की पेशकश की थी। इस बीच सबसे चौंकाने वाली खबर यह सामने आई है कि तालिबान के लड़ाके बुधवार को कंधार और हेरात में बंद पड़े भारतीय वाणिज्य दूतावास भी पहुंचे थे और तलाशी ली थी। बंद भारतीय दूतावास में घुसे तालिबानी
सूत्रों के मुताबिक कंधार व हेरात में बंद भारतीय दूतावास में बुधवार को कुछ तालिबानी आतंकी घुसे थे और वहां कागजातों की छानबीन भी की थी। इसके बाद वे कुछ कागज और दूतावास के बाहर खड़ी कारें अपने साथ लेकर चले गए।

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