आँखों के नीचे पड़े काले घेरे आँखों की खूबसूरती को कम करते हैं। इन काले स्याह घेरों का कारण आपकी नींद का पूरा न होना, वंशानुगत व कई अन्य कारण भी हैं। एनीमिया व कमजोरी के अतिरिक्त नमकीन भोज्य पदार्थ भी चेहरे पर सूजन लाते हैं जिससे ये घेरे पड़ते हैं। इन काले घेरों से अपनी आंखों को बचाने के लिए प्रस्तुत हैं कुछ टिप्स:- - इन काले घेरों पर ऐसी आई क्रीम या जैल का प्रयोग करें जिसमें रेटिनोल हो। यह इन काले घेरों को हल्का करने में प्रभावकारी है। - धूप में बाहर निकलते समय सनस्क्रीन का प्रयोग अवश्य करें और सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाव के लिए धूप का चश्मा पहनें। - आँखों के आसपास की त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। इसको साफ करते समय बहुत अधिक न रगड़ें। हमेशा इसे उंगलियों के पोरों या टिप्स से साफ करें। क्रीम आदि लगाते समय भी यहाँ पर नरम हाथों से क्रीम लगाएं नहीं तो यहाँ पर झुर्रियां पड़ जाएंगी। - आँखों पर जिस भी सौंदर्य प्रसाधन का प्रयोग कर रही हैं वह अच्छी क्वालिटी का हो। खराब क्वालिटी व अधिक रसायनों वाले प्रसाधन आंखों के आस-पास की त्वचा पर हानिकारक प्रभाव छोड़ते हैं जिससे आँखों के आस-पास की त्वचा काली पड़ जाती है। - रात को सोने से पूर्व आँखों से सारा मेकअप उतारें। मेकअप उतारते समय त्वचा को जोर-जोर से न रगड़ें। इससे त्वचा प्रभावित होगी। पानी व साबुन की सहायता से मेकअप न उतारें। रूई पर थोड़ा सा क्लींजिंग मिल्क लेकर आंखों के मेकअप को उतारें। फिर आँखों को पानी से अच्छी तरह साफ करें। - फेशियल करते समय भी आंखों के चारों तरफ तेज मालिश न करें। उंगली के पोरों का प्रयोग करें। स्क्रब का प्रयोग तो यहां पर कतई न करें। फेस् पैक का प्रयोग भी आँखों के चारों तरफ बिलकुल न करें। - अगर नींद पूरी न हो, तब भी आँखों के नीचे काले घेरे पड़ जाते हैं जो धीरे-धीरे स्थायी रूप ले लेते हैं, इसलिए पर्याप्त नींद लें और देर रात तक जागें नहीं। - आंखों को ठंडक व आराम पहुंचाने के लिए प्रतिदिन सोने से पूर्व आंखें बंद कर उन पर खीरे के दो स्लाइस रखें। खीरे के टुकड़ों की जगह आलू के टुकड़े, ठंडे पानी या गुलाब जल में भीगी काटन आदि आँखों को आराम व राहत पहुंचाती है और आंखों के नीचे पडऩे वाले काले घेरों को कम करने में भी लाभ पहुंचाती है। - आँखों पर सुबह उठकर ठंडे पानी के छींटे आराम से डालें। इससे भी ताजगी आती है व आँखें स्वस्थ रहती हैं। - अगर आप कुपोषण की शिकार हैं तो भी आपको इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए पोषक तत्वों युक्त संतुलित आहार लें। विटामिन ए युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करें।
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