तीन दिन के लिए प्राप्त हुई मात्र 19600 वैक्सीन डोज 

मेरठ। पहले लोगों को वैक्सीन लगवाने के प्रति जागरूक किया जाता रहा लेकिन जब लोगों में इसके प्रति जागरूकता बढ़ी तो वैक्सीन की कमी पड़ गई। मेरठ की 40 लाख की आबादी के बीच 12 जुलाई को मुख्यालय से मात्र 19600 वैक्सीन की डोज मिली है। यह भी आगामी 3 दिन तक चलानी होगी। ऐसे में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए वैक्सीन की सुरक्षा लोगों को कैसे मिले। वैक्सीन की कमी देख लोगों ने टीकाकरण केंद्रों पर सुबह 6 बजे से ही लाइनें लगानी शुरू कर दी है। वहीं वैक्सीन की किल्लत के चलते ​जिले के अधिकांश कलस्टर कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। टीकाकरण केंद्रों पर टीके की अनुपलब्धता से टीकाकरण कार्यक्रम स्थगित हैं। लोगों को इसकी जानकारी भी नहीं दी जा रही। जिससे टीका लगवाने के लिए आने वाले लोग वापस लौट रहे हैं। आज मंगलवार को भी जिले के अधिकांश क्लस्टर कार्यक्रम वैक्सीन की कम उपलब्धता के चलते स्थगित कर दिए गए हैं। 
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. प्रवीण गौतम ने बताया कि 12 जुलाई को मुख्यालय की ओर से जिले को केवल 19600 वैक्सीन की डोज प्राप्त हुई है। यह आपूर्ति अगले तीन दिनों के लिए दी गई है। ऐसे में अगले तीन दिनों तक इन्हीं उपलब्ध डोज के तहत टीकाकरण किया जाएगा। इसी को देखते हुए क्लस्टर टीकाकरण कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि आज मंगलवार को चलने वाले टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 10450 डोज में 9400 डोज कोविशील्ड 53 बूथों पर उपलब्ध रहेगी। वहीं कोवैक्सीन की 1050 डोज शहर के जिला महिला अस्पताल, सरस्वती शिशु मंदिर कंकरखेड़ा, मेडिकल कालेज समेत आठ बूथों पर मौजूद रहेगी।
 सोमवार को 3907 सैंपलों की जांच की गई। जिसमें कोरोना का एक मरीज मिला है। बुधवार को एक्टिव केसों की संख्या घटकर 59 ही रह गई है। 14 मरीज अस्पतालों में उपचाराधीन हैं और 15 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि स्वस्थ होने पर नौ मरीजों को छुट्टी दे दी गई।
 मेडिकल में ब्लैक फंगस का एक मरीज भर्ती हुआ। वहीं निजी अस्पताल में भर्ती एक ब्लैक फंगस के मरीज के स्वस्थ होने पर उसे छुट्टी दे दी गई। अब ब्लैक फंगस के कुल छह एक्टिव केस हैं। इनमें मेडिकल कालेज में कुल चार एक्टिव केस हैं।

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