मेरठ। मेरठ समेत पूरे प्रदेश व देश में इन दिनों कोरोना के नए मामले काफी कम हुए हैंं। वहीं तीसरी लहर के लिए आने वाले 15 दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। इन 15 दिनों में अगर सावधानी और कोविड-19 के नियमों का पालन बिना लापरवाही के लिए तो इस तीसरी लहर से लड़ने में सक्षम होंगे। ऐसा हम नहीं स्वास्थ्य विभाग ने चेताया है। तीसरी लहर के लिए घातक माने जा रहे डेल्टा प्लस वायरस के मामले भी बहुत अधिक सामने नहीं आए हैं। अब मेरठ और प्रदेश की देश में सबसे बेहतर है। मेरठ में दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की हाईवे, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन व एक्सप्रेस-वे पर कोरोना जांच और निगरानी बढ़ा दी गई है। टीके की उपलब्धता कम होने के कारण टीकाकरण के मामले में थोड़ा कमी आई है। 

वहीं जिले में संक्रमितों व मौतों की संख्या में भारी कमी आई है। इस लिहाज से विशेषज्ञ तीसरी लहर रोकने के लिए अगले 15 दिन को बेहद महत्वपूर्ण मानकर चल रहे हैं। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ.ज्ञानेंद्र का कहना है कि मौजूदा स्थिति बहुत नियंत्रण में है। विशेषकर मेरठ और पूरे यूपी की स्थिति देश के अन्य राज्यों से बेहतर है। यहां बाहरी राज्यों से आने वाले एक-एक व्यक्ति की कोरोना जांच कराई जा रही है। वैक्सीनेशन भी ठीक चल रहा है। यह स्थिति अगले 15 दिन बनी रही तो तीसरी लहर अभी दूर रहेगी।

उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ दो तरह की इम्युनिटी होती है। एक तो नेचुरली एक्वायर्ड इंफेक्शन यानि प्राकृतिक रूप से संक्रमण होने पर व दूसरी कोविड वैक्सीनेशन से। पहली व दूसरी लहर में देश में अधिसंख्य लोग हार्ड इम्युनिटी प्राप्त कर चुके हैं। अब वैक्सीनेशन उनकी सुरक्षा को और मजबूत कर रहा है, इसलिए हर्ड इम्युनिटी भी तीसरी लहर के प्रभाव को कम करने के काम आएगी। उन्होंने बताया कि जो स्थिति अभी चल रही है, वह भी 15 दिन तक स्थिर रही तो फिर तीसरी लहर की संभावना काफी कम होगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन, हर्ड इम्युनिटी व कोविड अनुरूप से ही स्थिति नियंत्रण में है। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैथमेटिकल साइंस, चेन्नई के विशेषज्ञों के अनुसार वायरस की आर (रिप्रोडक्टिव) दर यदि एक से नीचे रहती है तो वह नई चेन नहीं बना पाता।

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