बेहतर परिणामों के लिए प्रोजेक्ट और आउटकम आधारित शिक्षा पर केन्द्रित होना है - प्रो विनीत कंसल



मेरठ। एमआईईटी और कंप्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्त्वावधान से राष्ट्रीय स्तरीय वर्चुअल तकनीकी लेख प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका विषय "कंप्यूटर विज्ञान में प्रगति, कंप्यूटेशनल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार" रहा। राष्ट्रीय प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि एकेटीयू लखनऊ के प्रतिकुलपति प्रो विनीत कंसल,विशिष्ट अतिथि कंप्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष गौतम महापात्रा, एमआईईटी के चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान देश के विभिन्न राज्यों से 24 टीमों ने ऑनलाइन प्रेजेंटेशन दी।
मुख्य अतिथि एकेटीयू लखनऊ के प्रतिकुलपति प्रो विनीत कंसल ने कहा की कोरोना महामारी की वजह से तकनीकी शिक्षा का भविष्य चिंताजनक है। कोरोना की वजह से पारंपरिक शिक्षण पद्धति को छोड़कर शिक्षक एवं छात्र ऑनलाइन शिक्षण पद्धति की ओर परिवर्तित हो गए हैं, जिससे छात्रों को व्यवहारिक ज्ञान नहीं मिल पा रहा है। ऑनलाइन माध्यम से सिर्फ हम छात्रों की पढ़ाई से संबंधित जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मॉडर्न टूल्स की सहायता से हम छात्रों को कठिन से कठिन विषयों को सरलता से समझा सकते हैं। छात्रों के स्तर का सही आकलन करने के लिए हमें प्रोजेक्ट आधारित शिक्षा और आउटकम आधारित शिक्षा पर केन्द्रित होना है। नई शिक्षा नीति में कुछ ऐसे सुधार हैं, जिनकी लम्बे समय से प्रतीक्षा की जा रही थी। यह विभिन्न संकाय और विषयों के संयोग का मार्ग प्रशस्त करेगी और इससे पठन-पाठन एवं विचारों तथा वास्तविक दुनिया में इनके उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
कोऑर्डिनेटर डॉ मुकेश रावत ने बताया की अंतिम परिणाम 5 जून को घोषित किए जाएंगे। विजेता टीमों को पुरस्कार राशि एवं प्रशस्ति पत्र ऑनलाइन भेजे जाएंगे।
जजेस पैनल में टीसीएस से डॉ संदीप अग्रवाल, आईबीएम से मणि मधुकर, विप्रो से वनराज थांबे, आईबीएम से नीरज गुप्ता, थापर यूनिवर्सिटी से डॉ पीएस राणा, डॉ नेहा कौशिक, सुधीर गोस्वामी रहे।  
इस दौरान डायरेक्टर डॉ मयंक गर्ग, डीन एकेडमिक डॉ डीके शर्मा, डॉ देवेंद्र अरोड़ा अजय चौधरी एवं प्रतियोगिता के कोऑर्डिनेटर डॉ मुकेश रावत, डॉ स्वाति शर्मा, डॉ गौरव गोयल मौजूद रहे।

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