प्रज्ञा प्रवाह द्वारा बंगाल हिंसा पर राष्ट्रीय व्याख्यान का आयोजन
- मेरठ प्रांत, ब्रज प्रांत व उत्तराखंड प्रांत के कार्यकर्ता व लोग हुए शामिल


मेरठ।  मुख्य वक्ता भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तथा पश्चिम बंगाल के प्रभारी  कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अपने वक्तव्य को बंगाल के स्वर्णिम इतिहास की ओर दिशा देते हुए बताया कि बंगाल का इतिहास बहुत ही गरिमामय और स्वर्णिम रहा है । परंतु आजादी के समय में जिन्ना जैसे व्यक्तियों ने पाकिस्तान विभाजन के साथ  बंग भंग का भी मुद्दा उठाया और बंगाल विभाजन करवाने के लिए पूरे प्रयास किए थे। उस समय बंगाल पाकिस्तान में जाने वाला था। जिन्ना चाहते थे कि आसा बंगाल भी पाकिस्तान में ही आ जाए। वह पाकिस्तान का बड़ा हिस्सा चाहता था। भारत के इतिहास में यह बहुत ही वीभत्स और काले अक्षरों में लिखा गया । उसमें लगभग 50000 से भी ज्यादा हिंदूओंकी हत्या कर दी गई थी । जिन्ना की नियत रही थी कि पाकिस्तान देश बहुत ही बड़ा हिस्सा बने। परंतु उधर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी बंग.भंग आंदोलन के विरोध में लग गए। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बंग.भंग बचाओ आंदोलन की शुरुआत की। आज के समय में बचा हुआ बंगाल श्यामा प्रसाद मुखर्जी की ही देन है।
उन्होंने आगे कहाकि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने ही भारतीय जनसंघ के रूप में एक विचारधारा शुरू की जो वर्तमान समय में भी देश की एक अविरल धारा के रूप में प्रभावित हो रही है उस समय बंगाल और आसाम दोनों जगह में ही आंदोलन चल रहे थे। जिसके कारण श्यामा प्रसाद मुखर्जी को कई बार जेल भरो आंदोलन के कारण जेल भी जाना पड़ा था। जब ममता बनर्जी भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से मुख्यमंत्री बनी. तब ममता ने कहा था कि घुसपैठियों को बुलाया जा रहा है परंतु आज की स्थिति ऐसी हो रही है कि वामपंथियों की सरकार की तरह ही ममता सरकार घुसपैठियों को बुला रहे हैं। आज बंगाल हमारी एक चुनौती का विषय बन गया है क्योंकि देश के लिए यह बहुत ही चिंता का विषय है कि बंगाल के अंदर घुसपैठियों और मुस्लिमों की तादाद दिन.प्रतिदिन बढ़ती जा रही है! क्योंकि इन घुसपैठियों के साथ अत्यधिक हथियार नकली नोट और साथ मे देश विरोधी विचारधारा भी हमारे यहां पर आती है। ऐसे घुसपैठी बंगाल की जनता पर निरंतर अत्याचार कर रहे हैंए उनके द्वारा महिलाओं बहनों का शील भंग करने का प्रयास भी किया गया है घटनाओं को अंजाम भी दिया गया। कई जगह आगजनी कर दी गई और अनेकों कार्यकर्ताओं की हत्या भी की गई।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व न्यायाधीश उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह  ने अपने वक्तव्य में कहा कि सत्ता की लोलुपता के कारण ही पश्चिमी बंगाल की जनता का शोषण करवाया जा रहा है तथा वहां की आम.जनता को डराया धमकाया जा रहा है। लोगों से कहा जाता है कि वे हमें वोट करें। यदि कोई पार्टी टक्कर देती है तो उसके कार्यकर्ताओं के साथ अत्याचार किया जा रहा है। वोटर का अपना अधिकार छीना जा रहा है भारतीय संविधान का बंगाल में उल्लंघन हो रहा है। यदि हम देश के संविधान की प्रस्तावना को पढ़ें तब उसमें राज्य और केंद्र सरकार के संबंधों का उल्लेख मिलता है। जिस में उल्लेखित है कि यदि राज्य सरकार अपने यहां की जनता की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा नहीं कर पा रहा है तब केंद्र सरकार राष्ट्रपति के अनुमोदन के अनुसार राज्य  में राष्ट्रपति शासन ला सकती है और यह भी बताया गया है कि देश के प्रत्येक नागरिक को अपनी धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार है। अपनी निजता का अधिकार है। अभिव्यक्ति का अधिकार है। इसी प्रकार लोकतांत्रिक देश में जनता के लिए जनता का शासन होना अति आवश्यक है। उन्होंने न्यायालय में चल रहे अनेक घटनाओं को विस्तार से बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व न्यायाधीश. उच्च न्यायालय. उत्तराखण्ड न्यायमूर्ति लोक पाल सिंह ने की। यह कार्यक्रम प्रज्ञा प्रवाह पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र संयोजक भगवती प्रसाद राघ के सानिध्य में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का संयोजन प्रान्त संयोजकए प्रज्ञा परिषदए ब्रजए प्रोफेसर वीण् केण् सारस्वत जी ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम संचालकए प्रज्ञा परिषदए ब्रज प्रान्त के अध्यक्षए डॉण् प्रवीण कुमार तिवारी द्वारा अतिथियों के स्वागत व पश्चिम बंगाल के सम्बन्ध में संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुति के साथ हुआ। अतिथियों के औचारिक स्वागत हेतु भारतीय प्रज्ञान परिषदए मेरठ प्रान्त के अध्यक्ष प्रोफेसर वीरपाल सिंह जी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन देवभूमि विचार मंचए उत्तराखण्ड की प्रान्त संयोजकए डॉण् अंजलि वर्मा जी ने किया। कार्यक्रम सह.संयोजक इंजीण् अवनीश त्यागी रहे तथा डॉण् नमन ने प्रारम्भ में वंदे मातरम् गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापनए देवभूमि विचार मंचए उत्तराखण्ड की प्रान्त संयोजकए डॉण् अंजलि वर्मा जी ने किया। इस अवसर पर देवभूमि विचार मंचए उत्तराखण्ड के अध्यक्षए डॉण् चैतन्य भंडारीय क्षेत्रीय कार्यक्रम के सह.संयोजक और भारतीय प्रज्ञान परिषदए मेरठ के प्रान्त संयोजक इंजीण् श्री अवनीश त्यागीय कार्यक्रम के आयोजक मण्डल के सदस्यए श्री रवि कुमार जोशीए प्रोफेसर तूलिका सक्सेनाए डॉण्देवेश मिश्राए डॉण् शीला टावरीए डॉण् पृथ्वी कालाए डॉण् रश्मि रंजनए डॉण् नीरज मौर्यए डॉण् रजनीश गौतमए डॉण् सूर्य प्रकाश अग्रवालए डॉण् सविता वर्माए डॉण् अलका तिवारीए डॉण् वंदना वर्माए डॉण् भास्कर द्विवेदीए श्री अनुराग विजय सहित प्रज्ञा प्रवाह के तीनों प्रान्तीय मंचों के पदाधिकारी व कार्यकर्तागणए शोधार्थीए समाज के प्रबुद्ध जनों के साथ मीडिया से सम्मानित पत्रकार बंधु आदि सहभागी रहे। कार्यक्रम में यूट्यूब चैनेल तथा फ़ेसबुक पेज के माध्यम से लगभग लगभग एक हजार से अधिक बुद्धिजीवियों ने व्याख्यान के लाईव प्रसारण को सुना।

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