मेरठ। पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में विपक्ष की ओर से उम्मीदवार घोषित करते ही चुनाव की बिसात बिछनी शुरू हो गई है।  माथापच्ची के बाद विपक्ष ने दादरी गांव निवासी सलोनी गुर्जर को अपना उम्मीदवार घोषित किया तो एकसाथ कई बड़े दांव भी चल दिए।
विपक्ष के उम्मीदवार में खास बात ये है कि उन्होंने सदस्य का चुनाव बसपा समर्थित प्रत्याशी के तौर पर लड़ा और अध्यक्ष पद का चुनाव वो समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में लड़ेंगी। मतलब चुनाव से ऐन पहले उन्हें बसपा से सपा की सदस्यता ग्रहण कराई गई और इसके साथ ही उनके नाम पर मुहर लग गई।
बता दें कि विपक्ष ने दादरी गांव निवासी अनुज मोतला की पत्नी और वार्ड 6 से चुनाव जीती सलोनी गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है। सलोनी के पति अनुज गुर्जर सकौती चीनी मिल समिति के चेयरमैन भी रहे हैं। गुर्जर बिरादरी से ताल्लुक रखने वाली सलोनी गुर्जर को अध्यक्ष का उम्मीदवार बनवाने में बड़ी भूमिका सपा के दिग्गज नेता अतुल प्रधान की रही। जिन्हें विपक्ष की ओर से अध्यक्ष का नाम चुनने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बाद से ही अतुल प्रधान ने चुनाव के लिए बिसात बिछानी शुरू कर दी । जिसमें उन्हें साथ मिला बसपा से सपा में शामिल हुए पूर्व विधायक योगेश वर्मा का। इसके अलावा सलोनी का नाम तय करने के पीछे एक कारण और भी है अकेले दादरी गांव से ही जिला पंचायत के दो सदस्य जीते हैं। ऐसे में विपक्षी खेमे में जाते दूसरे सदस्य को रोकना भी आसान रहेगा। बसपा खेमे का साथ मिलने के बाद भी सलोनी को सपा के बैनर तले चुनाव मैदान में उतारा जा रहा है।

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